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दिल्ली में झुलसाने वाली गर्मी के बीच स्कूलों का फैसला, इन गतिविधियों पर लगाई रोक

दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है। यही नहीं राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्से लू की चपेट में हैं। ऐसे में स्कूलों ने भी बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

Krishna Bihari Singh भाषा, नई दिल्लीWed, 9 April 2025 09:09 PM
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दिल्ली में झुलसाने वाली गर्मी के बीच स्कूलों का फैसला, इन गतिविधियों पर लगाई रोक

दिल्ली में झुलसाने वाली लू के लोगों का बुरा हाल कर दिया है। बुधवार को भी दिन भर लू के थपेड़ों ने लोगों को परेशान किया। यह लगातार तीसरा दिन है जब दिल्ली में लू की स्थिति देखी गई। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र में बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया जो कि सामान्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। दिल्ली के सफदरजंग, पालम, रिज और आयानगर में बुधवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार दर्ज किया गया। भीषण गर्मी के बीच दिल्ली के स्कूलों ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

आउटडोर गतिविधियों पर रोक

राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने बताया कि उन्होंने भीषण गर्मी और लू से होने वाली परेशानियों से बच्चों को बचाने के लिए स्कूलों ने सुबह 10 बजे के बाद आउटडोर गतिविधियों पर रोक लगा दी हैं।

स्टूडेंट को दिया जा रहा नींबू पानी

यही नहीं बच्चों को हाइड्रेटेड रखने के लिए आम पन्ना, नींबू पानी, छाछ और बेल का जूस जैसे पेय पदार्थ उपलब्ध कराए जा रहे हैं। द्वारका स्थित आईटीएल इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य सुधा आचार्य ने कहा कि स्कूल ने 'कैफेटेरिया' में कई 'हाइड्रेटिंग' पेय पदार्थ उपलब्ध कराए हैं।

डिहाइड्रेटेड हो रहे बच्चे

द्वारका स्थित आईटीएल इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य सुधा आचार्य ने आगे कहा कि चूंकि तापमान बढ़ रहा है, इसलिए बच्चे डिहाइड्रेटेड हो रहे हैं। हमने उन्हें खीरे और तरबूज युक्त पानी लाने के लिए कहा है, ताकि बॉडी का हाइड्रेशन बरकरार रखा जा सके। अगर पानी में स्वाद होता है, तो वे उसे ज्यादा पीते हैं। इसी वजह से उन्हें पेय उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

बच्चों को एडवाइजरी

ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित टैगोर इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य मल्लिका प्रेमन ने कहा कि हमने बच्चों को एडवाइजरी दी है कि वे अपने साथ छाता लेकर चलें। बच्चों को टोपी पहनकर आने को भी कहा गया है। हालांकि अन्य स्कूलों की ओर से उठाए गए कदमों की डिटेल नहीं मिल पाई है।

शिक्षा निदेशालय जारी कर चुका है आदेश

सनद रहे शिक्षा निदेशालय पहले ही स्कूलों में दोपहर की पाली में होने वाली खुले में प्रार्थना सभा पर रोक लगाने का आदेश दे चुका है। यही नहीं शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों में छात्रों के लिए पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। इसके लिए छात्रों को ब्रेक भी दिया जाएगा। शिक्षा निदेशालय के आदेश में कहा गया था कि तेज धूप में स्कूल परिसर में किसी भी तरह की गतिविधि नहीं होगी।

पंखों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश

निदेशालय की ओर से जारी पूर्व के आदेश के मुताबिक, स्कूलों को बच्चों को सीधे धूप के संपर्क में आने से बचाने के लिए जागरूक करना होगा। एडवाइजरी में बच्चों को छाता, टोपी, तौलिया और अन्य चीजों का इस्तेमाल करने को कहा गया था। निदेशालय की ओर से दो-टूक साफ कर दिया गया है कि गर्मी से संबंधित किसी भी बीमारी के मामले की सूचना नजदीकी अस्पताल को देनी होगी। स्कूल प्रमुखों को कक्षाओं में पंखों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया था।

लगातारी तीसरे दिन तापमान 40 पार

इधर मौसम विभाग की मानें तो आयानगर का अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 40.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र में यह लगातार तीसरा दिन है जब अधिकतम तापमान 40 से ऊपर है और लू की स्थिति बनी हुई है।

भोपाल में बदली स्कूलों की टाइमिंग

बता दें कि दिल्ली एनसीआर ही नहीं देश के दूसरे हिस्सों में भी भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों ने कदम उठाने शुरू किए हैं। भोपाल में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है। भोपाल के कलेक्टर ने आदेश दिया है कि सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में दोपहर 12 बजे के बाद कक्षाएं नहीं लगाई जाएं। हालांकि कलेक्टर का आदेश केवल 8वीं तक की कक्षाओं के लिए ही जारी किया गया है। इस आदेश के बाद अब 8वीं तक की कक्षाएं 12 बजे के बाद नहीं चलेंगी।

(हिन्दुस्तान संवाददाता के इनपुट के साथ)