dwarka expressway underpass become dilapidated in just 9 months water leaking 9 महीने में ही बदहाल हुआ द्वारका एक्सप्रेसवे पर बना अंडरपास, मरम्मत के बावजूद रिस रहा पानी, Ncr Hindi News - Hindustan
Hindi Newsएनसीआर Newsdwarka expressway underpass become dilapidated in just 9 months water leaking

9 महीने में ही बदहाल हुआ द्वारका एक्सप्रेसवे पर बना अंडरपास, मरम्मत के बावजूद रिस रहा पानी

गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे पर निर्मित सेक्टर-102 और 102ए अंडरपास नौ महीने में ही बदहाल हो गया। जमीन के बाद अब इस अंडरपास की दीवारों से पानी रिसने लगा है। इसे मरम्मत के बाद 28 अप्रैल को खोला गया था।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, गुरुग्राम। दीपक आहूजाWed, 30 April 2025 11:56 AM
share Share
Follow Us on
9 महीने में ही बदहाल हुआ द्वारका एक्सप्रेसवे पर बना अंडरपास, मरम्मत के बावजूद रिस रहा पानी

गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे पर निर्मित सेक्टर-102 और 102ए अंडरपास नौ महीने में ही बदहाल हो गया। जमीन के बाद अब इस अंडरपास की दीवारों से पानी रिसने लगा है। इसे मरम्मत के बाद 28 अप्रैल को खोला गया था। गत 20 अप्रैल को इस अंडरपास में जमीन से पानी निकलने लगा था। इसके बाद निर्माणाधीन कंपनी ने इस मामले से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को अवगत करवाया था। 24 अप्रैल को सेक्टर-नौ-नौए से सेक्टर-102-102ए की तरफ अंडरपास को अवरोधक लगाकर बंद कर दिया था।

एनएचएआई के परियोजना अधिकारी ने दावा किया था कि 25 अप्रैल की सुबह तक इस अंडरपास को दुरुस्त करके खोल दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 28 अप्रैल को निर्माणाधीन कंपनी ने इस अंडरपास की एक लेन को यातायात के लिए खोल दिया। इस लेन पर जैसे ही वाहनों ने निकलना शुरू हुआ तो जमीन से दोबारा पानी निकलना शुरू हो गया। बता दें कि यह अंडरपास करीब 50 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है।

डरपास की दीवार पर बनी दरारों से पानी रिस रहा है। दरारों को छिपाने के लिए निर्माणाधीन एजेंसी इसे प्लास्टर से ढक रही है। दरारों के आसपास सफेद निशान साफ नजर आ रहे हैं। जानकार बताते हैं कि इस क्षेत्र में जमीन का स्तर बहुत ऊंचा है। पानी में नमक होने के कारण रिसाव के दौरान दरारों के आसपास सफेद निशान बन गए हैं।

मीडिया को फोटो लेने से रोक रहे कर्मचारी

अंडरपास की मरम्मत कर रहे कर्मचारियों की तरफ से मौके के हालात की मीडिया को फोटो लेने से रोका जा रहा है। हिन्दुस्तान संवाददाता ने जब फोटो करने का प्रयास किया तो उसे रोका गया। इनका कहना था कि निर्माणाधीन एजेंसी और एनएचएआई अधिकारियों ने उन्हें आदेश जारी किए हैं कि यदि कोई इस अंडरपास के फोटो ले तो उसे नहीं लेने दिए जाएं।

दोबारा पानी निकलने लगा

निर्माणाधीन कर्मचारियों ने एक्सपेंशन ज्वाइंट की मरम्मत करके सड़क का निर्माण कर दिया था। अब वाहनों के दबाव के चलते सड़क के नीचे से दोबारा पानी निकलने लग गया है। जहां-जहां सड़क का ऊपरी हिस्सा इन कर्मचारियों की तरफ से उठाया जा रहा है, वहां पानी निकल रहा है।

सर्विस रोड बदहाल

इस अंडरपास के दोनों तरफ सर्विस रोड बदहाल अवस्था में है। गड्ढों के कारण वाहन चालकों को परेशानी होती हैं। इसके अलावा इस अंडरपास से सेक्टर-102-102ए की तरफ बाहर निकलने या वहां से प्रवेश के दौरान सड़क जर्जर अवस्था में है। आधे फीट तक गहरे गड्ढे सड़क पर बने हुए हैं।

लोग बोले, सरंचनात्मक जांच हो

सेक्टर-102ए की इम्पीरियल गार्डन सोसाइटी के उपप्रधान सुनील सरीन ने बताया कि इस अंडरपास की दीवार और जमीन से पानी निकल रहा है। लोगों की सुरक्षा को देखते हुए इस अंडरपास की सरंचनात्मक जांच आईआईटी या सीबीआरआई से करवानी चाहिए। नौ महीने पहले इस अंडरपास को यातायात के लिए खोला गया है। अभी से यह हालात बन गए हैं। यह चिंताजनक है। एमआर गुड़गांव ग्रींस सोसाइटी के पूर्व प्रधान संदीप फौगाट ने बताया कि किसी सरकारी एजेंसी से इसकी सरंचनात्मक जांच करवाई जानी चाहिए। इसकी मजबूती के बारे में पता चल जाएगा। इस अंडरपास से सुबह और शाम के समय हजारों की संख्या में गाड़ियां निकलती हैं।