भारतीय सेना को बदनाम करने की साजिश! 'महिला सैनिक के यौन शोषण' पर इजरायल का जवाब
इजरायल ने कहा कि भारत से हमारे संबंध इतने मजबूत हैं कि नफरत फैलाने वाले झूठी खबरों का सहारा ले रहे हैं। यह चाल सफल नहीं होगी। मामला उस फर्जी लेटर से जुड़ा हुआ है, जिसमें कथित तौर पर महिला सैनिक के शोषण की बात कही गई थी।

भारत में इजरायली दूतावास ने बुधवार को उस वायरल दावे को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि इजरायल ने भारतीय विदेश मंत्रालय को पत्र जारी कर जम्मू-कश्मीर में एक सैन्य अभ्यास के दौरान एक भारतीय सेना अधिकारी पर इजरायली डिफेंस फोर्स की महिला सैनिक के यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। दूतावास ने इस खबर को "फेक न्यूज" बताया और इसे भारत-इजरायल के मजबूत रिश्तों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करार दिया।
इजरायली दूतावास ने अपने आधिकारिक X अकाउंट से लिखा, "भारत और इजरायल के बीच संबंध इतने मजबूत हैं कि नफरत फैलाने वाले अब झूठी खबरों का सहारा ले रहे हैं। लेकिन उनकी यह चाल सफल नहीं होगी।" बता दें कि जिस कथित लेटर की सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है, उस पर इजरायल के पूर्व भारत में राजदूत नाओर गिलोन के हस्ताक्षर बताए जा रहे हैं। लेकिन दूतावास ने स्पष्ट कर दिया कि ऐसा कोई आधिकारिक पत्र भारत को नहीं भेजा गया है।
नेतन्याहू की पीएम मोदी से फोन पर बात
इससे पहले 24 अप्रैल को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बताया कि पीएम मोदी ने नेतन्याहू को हमले की "बर्बरता" के बारे में जानकारी दी और कहा कि भारत दोषियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे तक जरूर लाएगा।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। इसके अगले ही दिन प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया गया।