Faridabad Schools Face Online Education Crisis as 1083 Tablets Malfunction सरकारी स्कूलों के छह प्रतिशत विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा से वंचित, Faridabad Hindi News - Hindustan
Hindi NewsNcr NewsFaridabad NewsFaridabad Schools Face Online Education Crisis as 1083 Tablets Malfunction

सरकारी स्कूलों के छह प्रतिशत विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा से वंचित

फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों में करीब छह प्रतिशत छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। 1083 टैबलेट खराब हो गए हैं और 217 छात्रों ने इन्हें वापस नहीं किया। इसके चलते छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादWed, 16 April 2025 11:46 PM
share Share
Follow Us on
सरकारी स्कूलों के छह प्रतिशत विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा से वंचित

फरीदाबाद। स्मार्ट सिटी के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले करीब छह प्रतिशत बच्चों को ऑनलाइन से महरूम हैं। सरकारी स्कूलों के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए छात्रों को दिए गए 1083 टैबलेट खराब हो गए हैं। इसकी पुष्टि जिला शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ो से हुई है। शिक्षा विभाग ने सभी विद्यालय प्रमुखों से टैबलेट की रिपोर्ट मांगी है। जिले के 99 सरकारी स्कूलों के प्रमुख ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंप दी है। इसमें 1083 टैबलेट खराब होने की पुष्टि हुए है। इसके अलावा 100 अधिक टैबलेट की मिसिंग की एफआईआर दर्ज कराई गई। वहीं 217 विद्यार्थियों ने शिक्षा विभाग को टैबलेट वापस नहीं किए। ऐसे में शिक्षा विभाग के पास सरकार द्वारा दिए गए टैबलेट की संख्या लगातार कम हो रही है। इसके चलते जिले के सरकारी स्कूलों के छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा का लाभ नहीं मिल रहा। यह टैबलेट ई-अधिगमन योजना के तहत दिए गए थे।

यह है योजना : कोरोना काल में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पढ़ाई में काफी परेशानी आई थी। घर पर ऑनलाइन सिस्टम नहीं होने के चलते लाॅक डाउन के दौरान छात्र शिक्षा से वंचित रहे थे। इसके चलते प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 में नौवीं से 12वीं कक्षा पढ़ने वाले विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए थे। इसमें सरकार की ओर से हर महीने दो जीबी का इंटरनेट डेटा भी उपलब्ध कराया जाता है। शिक्षा निदेशालय द्वारा टैबलेट पर प्रतिदिन का पाठ्यक्रम भेजा जाता है। उसके अनुरूप ही कक्षा में विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है। इसके अलावा परीक्षाओं की तैयारी के लिए टेस्ट पेपर भी भेजे जाते हैं। उन टेस्ट पेपर का उत्तर देने के तुरंत बाद परिणाम भी आ जाता है। इससे अध्यापक एवं छात्र दोनों को मूल्यांकन में आसानी होती है। बता दें कि स्मार्ट सिटी में 20 हजार से अधिक टैबलेट वितरित किए गए थे।

महीने में 10 घंटे टैबलेट चलाना आवश्यक है

कोरोना काल में छात्रों ने जमकर टैबलेट का प्रयाेग किया। अब अध्यापकों के साथ छात्रों का भी टैबलेट पर रुझान कम हो गया। स्कूल खुलने के बाद छात्रों ने अपनी पाठ्य पुस्तकों से पढ़ाई शुरू कर दी। इससे टैबलेट का प्रयोग कम हो गया। शिक्षा निदेशालय ने टैबलेट के प्रयोग को बढ़ाने के लिए पिछले सत्र में महीने में कम से कम 10 घंटे चलाकर काम करने के आदेश दिए थे। उसके बाद विद्यालयों में दोबारा से ऑनलाइन शिक्षा का रुझान बढ़ा।

शिक्षा निदेशालय ने टैबलेट की रिपोर्ट मांगी है। इसमें पाया गया है कि 1083 टैबलेट खराब हो गए हैं। इसके अलावा 217 छात्रों ने टैबलेट लौटाए ही नहीं और 100 से टैबलेट मिसिंग की एफआईआर दर्ज हुई है। रिपोर्ट बनाकर भेज दी है। अब निदेशालय के मार्गदर्शन पर ही आगे की कार्रवाई होगी।

-धर्मेंद्र अधाना, जिला गणित विशेषज्ञ, शिक्षा विभाग

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।