नौ साल बाद भी पूरा नहीं हुआ बराही तालाब का जीर्णोद्धार का काम
फरीदाबाद के ऐतिहासिक बराही तालाब का जीर्णोद्धार कार्य स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत नौ साल बाद भी अधूरा है। धीमी गति से निर्माण कार्य के कारण स्थानीय निवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।...

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विकसित किए जा रहे ऐतिहासिक बराही तालाब का जीर्णोद्धार कार्य नौ साल बाद भी अधूरा पड़ा है। धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्य के कारण लोगाें को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ओल्ड फरीदाबाद स्थित बराही तालाब कई दशक पुराना है। यहां पर हर साल बराही मेले का आयोजन होता है। इसके अलावा छठ के पर्व पर भी श्रद्धालु यहां पूजा करने के लिए आते हैं। पिछले कई साल से इसकी हालत खराब हो चुकी है। करीब नौ साल पहले स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बराही तालाब को बेहतर बनाने का प्रस्ताव था। योजना पर काम शुरू होने से पहले ही इस पर एनजीटी ने तालाब को काफी छोटा बनाने के कारण से रोक लगा दी थी। संशोधित प्लान में जहां पहले कभी तालाब होता था, वहां उतनी जगह में ही तालाब विकसित किया जाएगा। इसके अलावा बराही तालाब के पास एक बड़ा टावर बनाया जाना है। इससे लोग बराही तालाब और ओल्ड फरीदाबाद का नजारा देख सकेंगे। तालाब के पास ही अखाड़ा भी तैयार किया जाएगा। लेकिन, नौ साल पहले बनी योजना अब तक पूरी नहीं हुई। तालाब के अंदर बनाया जा रहा पांच एमएलडी का एसटीपी का निर्माण भी अब तक पूरा नहीं हुआ। तालाब की बदहाल स्थिति और अधूरे विकास कार्यों के चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इन सुविधाओं को भी किया जाना था विकसित
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत तालाब को सौंदर्यीकरण के साथ-साथ नाव विहार, लाइटिंग, पार्क और वॉकिंग ट्रैक जैसी सुविधाओं से लैस करने की योजना थी, लेकिन यह सब कागजों तक ही सीमित नजर आ रहा है।
वहीं, समय पर कार्य पूरा न होने से स्थानीय निवासियों में रोष है। लोगों का कहना है कि बराही तालाब न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यह क्षेत्र के लिए एक संभावित पर्यटन स्थल भी हो सकता है।
बराही तालाब के जीर्णोद्धार में विकास कार्य तेजी से जारी है। किन्ही कारणों से बीच-बीच में रुकावट आई है, जिससे काम देरी हुई। -जीपी वधवा, डीजीएम, फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड
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