गाजियाबाद में कितनी जगहों पर हमले से बचने का गुर सीखेंगे लोग, कहां होगा ब्लैकआउट?
गाजियाबाद जिले में भी बुधवार नागरिक सुरक्षा के लिए सिविल डिफेंस की ओर से मॉकड्रिल होगी। सुबह नौ बजे कई स्कूलों में सायरन बजेगा जिसके बाद तुरंत बचने बचाने का अभ्यास शुरू हो जाएगा।

पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के मद्देनजर गाजियाबाद जिला प्रशासन ने मॉक ड्रिल आयोजित करने संबंधी सारी तैयारियां पूरी कर ली है। जिले में बुधवार 14 जगहों पर आम लोगों की सुरक्षा के लिए मॉकड्रिल आयोजित होगी। सुबह नौ बजे जिले के 10 स्कूलों में सायरन बजेगा तो शाम को 4 सोसाइटियों में सायरन बजते ही ब्लैक आउट कर दिया जाएगा। इस दौरान सिविल डिफेंस वॉलेंटियर हमले की स्थिति में बचने का प्रशिक्षण देंगे।
इन 10 स्कूलों में मॉक ड्रिल
1-नगर पालिका इंटर कॉलेज, नवयुग मार्केट
2-शंभु दयाल इंटर कॉलेज, जीटी रोड
3-गुरुनानक गर्ल्स इंटर कॉलेज, लोहिया नगर
4-सेठ मुकंदलाल इंटर कॉलेज, हापुड रोड़
5-राजकीय कन्या इंटर कॉलेज, विजय नगर
6-जेकेजी इंटर कॉलेज, विजयनगर
7-स्वामी विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर, राजेंद्र नगर
8-खेतान पब्लिक स्कूल, सेक्टर-5 राजेंद्र नगर
9-नगर पालिका बालिका इंटर कॉलेज, रेलवे रोड, साहिबाबाद
10-पदमश्री एमएन मोहन पब्लिक स्कूल, सेक्टर-5, वसुंधरा
बांटे जाएंगे पर्चे
मॉकड्रिल को लेकर मंगलवार को एडीएम सिटी गंभीर सिंह की अध्यक्षता में सिविल डिफेंस के अधिकारियों और पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में आपात स्थिति से बचाव के लिए कौन-कौन से विभाग साथ हो और किन विभागों की क्या जिम्मेदारी होगी इस पर भी चर्चा की गई। बैठक में तय किया गया कि आपात स्थिति में बचाव को लेकर पंपलेट्स छपवाए जाएंगे। इन पंपलेट्स पर युद्ध जैसी स्थिति में खुद, परिवार और अन्य लोगों को बचाने के उपाय होंगे। ऐसी परिस्थिति में क्या करें और क्या न करे, इसकी जानकारी होगी।
इन सोसाइटियों में होगा ब्लैकआउट
- लैंडक्राफ्ट सेसाइटी, एनएच-9
- सेवियर पार्क, मोहननगर
- वीवीआईपी सोसाइटी राजनगर एक्सटेंशन
- एपेक्स डीफ्लोरा, सेक्टर-18 वसुंधरा
खामियां दुरुस्त की जाएंगी: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि तैयारी पूरी कर ली गई है। मॉक ड्रिल के बाद जो भी खामियां सामने आएंगी उसे ठीक किया जाएगा। एक रोस्टर तैयार करके पूरे महीने मॉक ड्रिल चलाने की योजना भी बनाई जा रही है। इसमें सभी विभाग में अपनी खामियों का आंकलन करेंगे। मॉक ड्रिल वाली जगहों पर दमकल विभाग, एनसीसी कैडेंट्स, स्वयंसेवक, पुलिस और स्वास्थ्य की टीमें साथ रहेंगी। मॉक ड्रिल में युद्ध से पहले अलर्ट होने का सायरन, हमला होने की स्थिति में सायरन और दुश्मन के जाने के बाद का सायरन किस तरह से बजता है उसे बताया जाएगा।