मेदांता में महिला के साथ किसने किया उत्पीड़न, अबतक नहीं हुई पहचान; अस्पताल ने क्या बताया
गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में वेंटिलेटर पर फ्लाइट अटेंडेंट का यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। दूसरी ओर स्पताल ने कहा कि आरोपों की अभी पुष्टि नहीं हुई है और वह जांच में पूरा सहयोग कर रहा है।

गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में वेंटिलेटर पर फ्लाइट अटेंडेंट का यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। दूसरी ओर स्पताल ने कहा कि आरोपों की अभी पुष्टि नहीं हुई है और वह जांच में पूरा सहयोग कर रहा है। गुरुग्राम के मेदांता, मेडिसिटी के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. संजय दुरानी ने एक बयान में कहा कि घटना के समय के अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज सहित सभी प्रासंगिक दस्तावेज गुरुग्राम पुलिस को दे दिए गए हैं।
डॉ. संजय ने कहा कि अभी तक किसी भी आरोप की पुष्टि नहीं हुई है। 46 वर्षीय महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वह अपनी कंपनी की ओर से ट्रेनिंग के लिए गुरुग्राम आई थी। यहां एक होटल में रहने के दौरान डूबने की वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 5 अप्रैल को उसके पति ने उसे गुरुग्राम के दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, 13 अप्रैल को छुट्टी मिलने के बाद उसने अपने पति को अस्पताल में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में बताया।
महिला की शिकायत के अनुसार, "6 अप्रैल को मैं वेंटिलेटर पर थी, जब अस्पताल के कुछ कर्मचारियों ने मेरा यौन उत्पीड़न किया।" महिला ने कहा कि वेंटिलेटर पर होने के कारण वह बोल नहीं पा रही थी और बहुत डरी हुई थी। उसने यह भी कहा कि वह आधी बेहोशी की हालत में थी और यौन उत्पीड़न के दौरान "दो नर्सें उसके आसपास थीं, लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया।" अस्पताल ने बयान में कहा, "हमें एक मरीज की शिकायत के बारे में जानकारी मिली है और हम संबंधित अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं।"
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने कहा, "जांच चल रही है और हम पहले आरोपी की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।" पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद सोमवार को सदर पुलिस स्टेशन में अस्पताल के अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। पीड़िता का बयान सोमवार को कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया। प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस टीम आरोपी की पहचान के लिए अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों और ड्यूटी चार्ट की फुटेज की जांच कर रही है।