500 एकड़ में बनेगा मेडिकल डिवाइस पार्क, 40 नई कंपनियां करेंगी निवेश; क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
ग्रेटर नोएडा सेक्टर-28 स्थित मेडिकल डिवाइस पार्क (एमडीपी) अब 500 एकड़ में विकसित होगा। यहां पर निवेश के लिए 40 नई कंपनियों ने पंजीकरण कराया है। यह कंपनियां गंभीर बीमारी से बचाव के उपकरण तैयार करेगी।

ग्रेटर नोएडा सेक्टर-28 स्थित मेडिकल डिवाइस पार्क (एमडीपी) अब 500 एकड़ में विकसित होगा। यहां पर निवेश के लिए 40 नई कंपनियों ने पंजीकरण कराया है। यह कंपनियां गंभीर बीमारी से बचाव के उपकरण तैयार करेगी। यमुना प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि सेक्टर-28 में 350 एकड़ में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित हो रहा था, जिसे अब 500 एकड़ में विकसित करने की तैयारी है। इसमें से अबतक 179 एकड़ में 74 कंपनियों को भूखंड आवंटित भी किए जा चुके हैं। इनमें से 36 ने लीज डीड करा ली है और एक कंपनी का निर्माण कार्य पूरा हो गया है, जबकि 11 निर्माणधीन है।
वही अब देश विदेश की 40 नई कंपनियों ने भी एमडीपी में निवेश के लिए पंजीकरण कराया है। बता दें कि मई के बाद एयरपोर्ट से उड़ान प्रस्तावित है। एयरपोर्ट शुरू होने के बाद यमुना सिटी के औद्योगिक सेक्टरों में गतिविधियां बढ़ेंगी। ऐसे में मेडिकल डिवाइस पार्क में ज्यादा से ज्यादा निवेश का मौका प्रदान किया जा रहा है।
यहां एफडीआई के तहत निवेश करने वाली कंपनियों को पॉलिसी के तहत 75 फीसदी लैंड सब्सिडी, रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए दो करोड़ रुपये, पांच साल के लिए पीएफ, 100 करोड़ कैपिटल सब्सिडी सहित अन्य लाभ प्रदान किए जाएंगे। मेडिकल डिवाइस पार्क में सभी दुर्लभ और गंभीर बीमारियों से जुड़े मेडिकल उपकरण तैयार होंगे।
दूसरे देशों पर निर्भरता कम होगी
मेडिकल डिवाइस पार्क में सभी दुर्लभ और गंभीर बीमारियों से जुड़े मेडिकल उपकरण तैयार होंगे। यहां कैंसर की बीमारी में प्रयोग होने वाले उपकरण भी तैयार किए जाएंगे। इसके अलावा रेडियो और फोटॉन थेरेपी, एंजियोप्लास्टीश, स्टंट, सिटी स्कैन, एमआरआई आदि के उपकरण भी तैयार हो सकेंगे। इससे यमुना सिटी में कई हजार करोड़ का निवेश आएगा।
ये सुविधाएं उपलब्ध होंगी
मेडिकल डिवाइस पार्क में प्राधिकरण की ओर से कॉमन टूलिंग रूम, रैपिड प्रोटो टाइपिंग एंड टूलिंग, मेकाट्रोनिक जोन, इलेक्ट्रॉनिक एसेंबली फैसिलिटी, प्रशासनिक ऑफिस ब्लॉक, एक्सपोर्ट एंड प्रमोशन, इंक्यूबेशन सेंटर एंड सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, कौशल विकास, कॉमन ऑफिस कॉम्प्लेक्स, शोरूम, सेट्रल वेयर हाउस, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम एंड डिजाइन फैसिलिटी, सेंसर टेस्टिंग आदि सुविधा दी जाएगी।