दांतों में झनझनाहट की वजह हो सकती हैं प्राचीन मछलियां
वॉशिंगटन में एक अध्ययन से पता चला है कि दांतों में झनझनाहट लगभग 4.65 करोड़ साल पुरानी मछलियों से जुड़ी हो सकती है। शिकागो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि दांतों की संवेदनशीलता का कारण...

वॉशिंगटन, एजेंसी। दांतों में होने वाली झनझनाहट की वजह लगभग 4.65 करोड़ साल पुरानी मछलियों से जुड़ी हो सकती हैं। नेचर पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के वैज्ञानिकों के अध्ययन के अनुसार, हमारे दांतों के अंदर एक परत होती है, जिसे डेंटिन कहते हैं। यह परत बहुत संवेदनशील होती है और जब हम कुछ ठंडा या गर्म खाते-पीते हैं, तो वही यह संदेश दांत की नसों तक पहुंचाती है। इसी वजह से कई बार हमें ठंड में दांत में झनझनाहट या दर्द महसूस होता है। यही डेंटिन सबसे पहले मछलियों में एक संवेदनशील ऊतक के रूप में विकसित हुई थी।
माना जा रहा है कि धरती पर जीवों की उत्पत्ति के बाद यह कोशिका मानव अंगों तक भी पहुंची और दांतों में इसने अपनी जगह बनाई। इस अध्ययन से यह पता चलता है कि दांत केवल चबाने या काटने के लिए नहीं, बल्कि पहले वे संवेदनाएं महसूस करने के लिए बने थे।
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