एयूडी शुरू करेगा राजनीति विज्ञान से एमए व डी.लिट
- विश्वविद्यालय ने गुरुवार को जारी किया दाखिला ब्रोशर -पीजी में दाखिला प्रक्रिया जल्द शुरू

- दिल्ली से 12वीं व स्नातक की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए 85 फीसद सीट आरक्षित नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता डॉ. बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली (एयूडी) ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए दो नए शैक्षणिक कार्यक्रमों एमए (राजनीति विज्ञान) और डॉक्टरेट ऑफ लिटरेचर (डी.लिट) शुरू करने की घोषणा की है। साथ ही विश्वविद्यालय ने स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) कार्यक्रमों के लिए प्रवेश विवरणिका (ब्रोशर) भी जारी किया है। यह घोषणा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अनु सिंह लाठर ने गुरुवार को विश्वविद्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में दी। प्रो. लाठर ने बताया कि इस सत्र में विश्वविद्यालय कुल 2,614 सीटों पर प्रवेश देगा, जिनमें 1,123 सीटें स्नातक की और 1,491 सीटें परास्नातक कार्यक्रमों के लिए निर्धारित हैं।
विश्वविद्यालय में 20 स्नातक, 28 परास्नातक व 22 पीएचडी कोर्स की पढ़ाई कराता है। जिनमें अधिकतर में प्रवेश कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम से होगा, जबकि बीबीए (इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप एंड वेंचर डेवलपमेंट) कार्यक्रम में प्रवेश कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन कमेटी (सीएमएसी) के जरिए होगा। नए शुरू किए गए डी.लिट कार्यक्रम को लेकर कुलपति ने बताया कि यह सामाजिक विज्ञान, मानविकी, साहित्य और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शोधार्थियों को मान्यता और मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु एक अर्जित डिग्री के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो आमतौर पर एक मानद उपाधि के रूप में दी जाती है। वहीं, एमए (राजनीति विज्ञान) पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप व्यावहारिक और क्षेत्रीय अध्ययन पर जोर देता है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां स्नातक में यह कोर्स है लेकिन एक सर्वे में सामने आया कि छात्र राजनीति विज्ञान में परास्नातक कोर्स भी करना चाहते हैं। इसलिए यह शुरू किया गया है। प्रो. लाठर ने बताया कि विश्वविद्यालय एक समावेशी और किफायती शिक्षा मॉडल पर काम कर रहा है। हमारा शुल्क ढांचा अत्यंत रियायती है क्योंकि यह पूरी तरह से सरकारी अनुदानित संस्थान है। एससी, एसटी और दिव्यांग छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता और छात्रवृत्ति व कल्याण योजनाओं पर पिछले वर्ष 6.26 करोड़ रुपये खर्च किए गए। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि विश्वविद्यालय अब एनईपी के तहत क्षेत्रीय भ्रमण और अनुभवात्मक शिक्षण को बढ़ावा दे रहा है। उदाहरणस्वरूप, विद्यार्थियों को हरियाणा के राखीगढ़ी जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर अध्ययन भ्रमण के लिए भेजा जा रहा है। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय ने 2024-25 सत्र से प्रत्येक यूजी और पीजी कार्यक्रम में अनाथ विद्यार्थियों के लिए एक-एक सीट आरक्षित करने की व्यवस्था भी शुरू की है। विश्वविद्यालय 85 फीसद दिल्ली से पढ़ाई करने वाले छात्रों को देता है दाखिला एयूडी में 85 फीसद सीटें दिल्ली से पढ़ाई करने वाले छात्र के लिए आरक्षित हैं। दिल्ली के किसी स्कूल से 12वीं करने वाले छात्र को यहां से स्नातक करने के लिए 85 फीसद सीटें आरक्षित हैं। इसी तरह दिल्ली से स्नातक करने वाले छात्र के लिए परास्नातक में 85 फीसद सीटें आरक्षित हैं। आवेदन का शुल्क स्नातक के लिए 550 रुपए सामान्य और ओबीसी वर्ग के छात्रों के लिए आवेदन शुल्क है। जबकि एससी,एसटी,पीडब्ल्यूबीडी और ईडब्ल्यूएस के लिए यह शुल्क 250 रुपए है। हालांकि परास्नातक के लिए आवेदन शुल्क 700 रुपए है जबकि एससी,एसटी,पीडब्ल्यूबीडी और ईडब्ल्यूएस के लिए यह शुल्क 300 रुपए है।
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