दाखिला की दौड़: सीट बचने पर ही मिड एंट्री में मिलेगा दाखिला
नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक दाखिला प्रक्रिया के तहत इस

नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक दाखिला प्रक्रिया के तहत इस बार भी मिड एंट्री का प्रावधान किया है। डीयू ने स्पष्ट किया है कि यदि सीट बचेगी तभी मिड एंट्री में आवेदन करने वाले छात्रों को दाखिला मिल पाएगा। डीयू ने स्पष्ट किया है जो छात्र 12वीं की बोर्ड परीक्षा में किसी विषय में असफल हैं वह छात्र मिड एंट्री में ही दाखिला ले पाएंगे। क्योंकि कंपार्टमेंट का परीक्षा परिणाम आने के बाद ही वह डीयू में दाखिला के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम में आवेदन कर पाएंगे। हालांकि ऐसे छात्रों को भी सीयूईटी की परीक्षा देनी जरूरी होगी और दाखिला का आधार पर वह अंक होगा।
मिड एंट्री प्रावधान के तहत विश्वविद्यालय उन उम्मीदवारों को अवसर देने के लिए एक मिड एंट्री चरण खोलेगा जो सीएसएएस (यूजी)-2025 के लिए आवेदन करने में असफल रहे और सीएसएएस (यूजी)-2025 में भाग लेने के इच्छुक हैं। ऐसे उम्मीदवार 1000 रुपये (गैर-वापसी योग्य) के शुल्क का भुगतान करके मिड एंट्री में प्रवेश कर पाएंगे। हालाकि, मिड एंट्री वालों को प्रारंभिक आवेदन चरण के दौरान सीएसएएस (यूजी) -2025 के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को आवंटित सीटों पर दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा।
सीटें खाली होने पर डीयू इस बार भी करेगा स्पॉट राउंड
नियमित सीएसएएस (यूजी)-2025 राउंड पूरे करने के बाद, यदि सीटें खाली रहती हैं तो विश्वविद्यालय प्रवेश के स्पॉट राउंड की घोषणा कर सकता है। पूर्व में डीयू ने ऐसा किया है। डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हमारी कोशिश है कि कोई भी सीट खाली न रहे इसलिए जो भी योग्य उम्मीदवार आवेदन करेंगे उनको नियमत: दाखिला दिया जाएगा।
प्रत्येक आवंटन दौर के समापन के बाद, दिल्ली विश्वविद्यालय सभी कॉलेजों में प्रत्येक कार्यक्रम में रिक्त सीटों का विवरण प्रकाशित करेगा। सभी प्रवेशित उम्मीदवारों के पास इस स्तर पर अपग्रेड या फ्रिज चुनने का विकल्प होगा।
अनाथ, एकल बालिका कोटा में भी दाखिला देता है डीयू
दिल्ली विश्वविद्यालय ने विगत दो वर्ष से अनाथ कोटा और विगत वर्ष से एकल बालिका कोटा के तहत दाखिला देने का निर्णय लिया है। यह सुपरन्यूमेरिरी कोटा होगा7 यानी जितनी सीटें हैं उससे अधिक इन कोटा के लिए दाखिला होगा।
बोर्ड परीक्षा परिणाम के बाद एसओएल के दाखिले शुरू होंगे
स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और नॉन कॉलेजिएट वूमेंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के स्नातक प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए सीयूईटी की बाध्यता नहीं है। इन संस्थानों में प्रवेश बारहवीं कक्षा में प्राप्त अंकों की योग्यता के आधार पर होता है। 12वीं के बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद डीयू इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करेगा।
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