Delhi University Law Faculty Exam Chaos Students Protest Over Attendance Issues हंगामा : छात्रों ने कक्ष पर जड़ा ताला, ढाई घंटे बाद शुरू हुई परीक्षा , Delhi Hindi News - Hindustan
Hindi NewsNcr NewsDelhi NewsDelhi University Law Faculty Exam Chaos Students Protest Over Attendance Issues

हंगामा : छात्रों ने कक्ष पर जड़ा ताला, ढाई घंटे बाद शुरू हुई परीक्षा

- उपस्थिति कम होने के कारण प्रवेश पत्र नहीं मिलने वालों ने लॉ फैकल्टी में प्रदर्शन किया

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 27 May 2025 08:27 PM
share Share
Follow Us on
हंगामा : छात्रों ने कक्ष पर जड़ा ताला, ढाई घंटे बाद शुरू हुई परीक्षा

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय की लॉ फैकल्टी में परीक्षा देने आए छात्रों को मंगलवार सुबह खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिनको उपस्थिति कम होने के कारण प्रवेश पत्र जारी नहीं हुआ था, उन छात्रों ने हंगामा किया और परीक्षा कक्ष को लॉक कर दिया। डीयू प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परीक्षा कक्ष का ताला तोड़ा गया। इसके बाद तय समय से लगभग ढाई घंटे बाद परीक्षा शुरू हुई। डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बड़ी संख्या में छात्रों ने सोमवार रात से हंगामा मचाया था। पहले उन्होंने लॉ फैकल्टी की डीन के कमरे का ताला तोड़ा।

इसके बाद उन्होंने परीक्षा कक्ष में ताला जड़ दिया। काफी मशक्कत के बाद सुबह 11.30 बजे परीक्षा शुरू की गई। छात्रों की इस हरकत की शिकायत पुलिस को भी की गई है। वहीं, परीक्षा देकर निकलने पर एबीवीपी समर्थित छात्रों ने डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री का भी विरोध किया। आरोप उपस्थिति पूर्ण न होने पर भी डूसू अध्यक्ष ने पेपर दिया : एबीवीपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने डीयू प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण कार्य करने का आरोप लगाया है। एबीवीपी ने बयान जारी कर कहा कि डीयू के विधि संकाय में 300 छात्रों को परीक्षा से केवल तीन दिन पूर्व डिटेन किए जाने और उन्हें परीक्षा में सम्मिलित होने से रोकने की कार्रवाई निंदनीय है। हमारा सवाल है कि जब अन्य छात्रों को उपस्थिति का बहाना बनाकर परीक्षा से वंचित किया गया तो डूसू अध्यक्ष और एनएसयूआई नेता रौनक खत्री को अनिवार्य उपस्थिति पूर्ण न होने के बावजूद किस आधार पर प्रवेश पत्र जारी किया गया। वहीं, एबीवीपी दिल्ली प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन शिक्षण संस्थानों को छात्रों के भविष्य की रक्षा करनी चाहिए, वहीं आज छात्र विरोधी फैसले लेकर उनके सपनों पर कुठाराघात कर रहे हैं। विधि संकाय की अधिष्ठाता का यह निर्णय पूर्णतः पक्षपातपूर्ण है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।