श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने लकड़ी के मुद्दे पर सेवादार को दिया नोटिस
शब्द : 217 -------------------- भुवनेश्वर, एजेंसी श्री जगन्नाथ् मंदिर प्रशासन ने दीघा मंदिर की

शब्द : 217 -------------------- भुवनेश्वर, एजेंसी श्री जगन्नाथ् मंदिर प्रशासन ने दीघा मंदिर की मूर्ति निर्माण में पुरी मंदिर की लकड़ी के कथित प्रयोग पर वरिष्ठ सेवादार को नोटिस जारी किया है। प्रशासन द्वारा जारी बयान के अनुसार दैतापति निजो के सचिव व वरिष्ठ सेवादार रामकृष्ण दास महापात्र को नोटिस जारी कर 7 मई तक जवाब मांगा गया है। नोटिस में कहा गया कि उनके विरोधाभासी बयान के कारण तमाम श्रद्धालुओं के मन में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है और मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची है। दैतापति नियोग सेवादारों का एक समूह है, जिन्हें भगवान जगन्नाथ का अंगरक्षक माना जाता है।
दासमहापात्र ने तीस अप्रैल को पुरी के 55 अन्य सेवादारों के साथ दीघा मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया था। उक्त समारोह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उपस्थित थीं। दासमहापात्र ने कथित तौर पर दारू गृह (भंडार कक्ष) में संग्रहित पुरी मंदिर की पवित्र लकड़ी से दीघा मंदिर की प्रतिमा निर्माण किए जाने और उन्हें दीघा ले जाकर स्थापित करने की बात कही थी। बाद में उन्होंने ओडिशा मीडिया में इसका खंडन किया था। पुरी के मंदिर की परंपरा के अनुसार नवकलेवर उत्सव के बाद बची हुई लकड़ी को एक कमरे में संग्रहित कर लिया जाता है और आवश्यकता पड़ने पर मूर्तियों की मरम्मत के लिए उपयोग किया जाता है।
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