जस्टिस बी. आर. गवई भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश बने
न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने बुधवार को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। उन्होंने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के केंद्र के फैसले को बरकरार रखने वाले महत्वपूर्ण निर्णयों में भाग...

राष्ट्रपति ने एक समारोह में जस्टिस गवई को शपथ दिलाई नई दिल्ली, एजेंसी। न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने बुधवार को देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली। वह अनुच्छेद 370 समाप्त करने के केंद्र के फैसले को बरकरार रखने समेत कई अहम फैसले देने वाली पीठों में शामिल रहे हैं। न्यायमूर्ति गवई (64) को राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में एक संक्षिप्त समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शपथ दिलाई। उन्होंने हिंदी में शपथ ली। उन्होंने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की जगह ली है, जो 65 वर्ष की आयु होने पर मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए। न्यायमूर्ति गवई को 24 मई, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया गया था।
उनका कार्यकाल छह महीने से अधिक समय का होगा और वह 23 नवंबर तक पद पर रहेंगे। शपथ लेने के तुरंत बाद न्यायमूर्ति गवई ने अपनी मां कमल ताई गवई के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और पूर्व जज ने उन्हें बधाई दी। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ ही केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, जे पी नड्डा और अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शपथ ग्रहण समारोह की तस्वीरें जारी कीं। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा कि उनके कार्यकाल के लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
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