वर्षा जल संचयन प्रणाली बना 27 जगहों पर जलभराव से निपटेगी एनडीएमसी
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद ने जलभराव की समस्या से निपटने के लिए 27 स्थानों पर जल संचयन पिट स्थापित करने की योजना बनाई है। अब तक 272 पिट बनाए गए हैं। नई तकनीक और 95 नए पिटों के निर्माण से जल संरक्षण के...

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद ने जलभराव की परेशानी झेलने वाले क्षेत्रों में जल संचयन पिट स्थापित करने की योजना बनाई है। एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि 27 ऐसे स्थानों की पहचान की गई है जहां वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की जाएगी। इनमें पुराना किला रोड, गोल्फ लिंक, लोधी कॉलोनी, अफ्रीका एवेन्यू, एम्स फ्लाईओवर, बीएक मार्ग, कनॉट प्लेस और विनय मार्ग आदि शामिल हैं। मानसूनी बारिश में अक्सर ही इन क्षेत्रों में जल भराव होता है। चहल ने बताया कि एनडीएमसी ने अब तक कुल 272 वर्षा जल संचयन पिट का निर्माण किया है। इनमें से 167 पारंपरिक तरीके से बने हैं और 105 माड्यूलर पिट हैं। इनमें से 182 गड्ढों की सफाई की जा चुकी है और बाकी के गड्ढों की सफाई भी मानसून की बारिश से पहले पूरी कर ली जाएगी। जल संरक्षण के प्रयासों को और प्रभावी बनाने के लिए 30 किलोलीटर की क्षमता वाले 95 नए जल संचयन गड्ढों का निर्माण भी किया जाएगा।
माड्यूलर तकनीक पर जोर
वर्षा जल संरक्षण के लिए एनडीएमसी क्षेत्र में माड्यूलर तकनीक पर जोर दिया जा रहा है। एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा ने बताया कि क्रासवेव तकनीक पर आधारित माड्यूलर वर्षा जल संचयन प्रणाली किफायती और पर्यावरण के अनुकूल हैं। इनमें ईंट और सीमेंट का न्यूनतम उपयोग होता है और निर्माण लागत कम होती है। इन गड्ढों में पॉलीप्रोपाइलीन माड्यूल का उपयोग किया जाता है, जिन्हें जियो टेक्सटाइल में लपेटा जाता है, ताकि जल की गुणवत्ता बनी रहे।
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