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खेल : आईसीसी टूर्नामेंट में अभेद्य बनी टीम इंडिया

आईसीसी टूर्नामेंट में अभेद्य बनी टीम इंडिया शोल्डर : तीन साल में समिति ओवरों

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 11 March 2025 09:42 PM
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खेल : आईसीसी टूर्नामेंट में अभेद्य बनी टीम इंडिया

आईसीसी टूर्नामेंट में अभेद्य बनी टीम इंडिया शोल्डर : तीन साल में समिति ओवरों की प्रतियोगिताओं में दो बार जीता खिताब , 24 में से सिर्फ एक मैच गंवाया

नई दिल्ली, हिन्दुस्तान ब्यूरो। 24 में से 23 जीत। यह आंकड़े टीम इंडिया के आईसीसी के सीमित ओवरों के टूर्नामेंट में पिछले दो साल के दबदबे को बताने के लिए काफी हैं। रोहित की सेना ने इस बीच तीन टूर्नामेंट खेले और दो में चैंपियन बनी। उसका किला अभेद्य रहा। इस बीच रोहित का भी अलग रूप देखने को मिला। उन्होंने आक्रामक खेल दिखाया। टीम को पावरप्ले में जो तूफानी शुरुआत दिलाई उसे साथी खिलाड़ियों ने अंजाम तक पहुंचाया।

भारतीय टीम 2024 में वेस्टइंडीज में हुए विश्व कप में लगातार नौ जीत के साथ 17 साल बाद फिर विजेता बनी। तो दुबई में रविवार को खत्म हुई चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार पांच जीत के साथ 12 साल का खिताबी सूखा खत्म किया। अक्तूबर-नवंबर 2023 में हुए वनडे विश्व कप में टीम इसी तरह सभी टीमों का दंभ तोड़ती हुई लगातार दस जीत के साथ फाइनल में पहुंची थी। पर किस्मत अंतिम बाजी में भारतीय खिलाड़ियों से रूठ गई। अहमदाबाद में 19 नवंबर 2023 को ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फाइनल में हराकर उसे खिताब से दूर कर दिया। रोहित और कोहली सहित सभी खिलाड़ियों की आंखें से बहते आसुंओं ने देशवासियों को भी रुला दिया। इस हार को भारतीय खिलाड़ियों ने ढाल बनाया और नतीजा सबके सामने हैं। अगर तब टीम विश्व विजेता बनने में कामयाब होती तो आज आईसीसी के लगातार तीन खिताब जीतने वाली दुनिया की पहली टीम बनती। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया 2010 में और भारत 2014 में ऐसा करने के करीब पहुंचे थे पर दोनों टी-20 विश्व कप के फाइनल में हार गए हैं।

टीम इंडिया के इस जांबाज प्रदर्शन ने वेस्टइंडीज (1975 से 1983) और ऑस्ट्रेलिया (1999 से 2007) के दौर की याद दिला दी। विंडीज ने इस दौरान तीन वनडे विश्व कप में 17 में से 15 मैच जीते और तीनों के फाइनल में पहुंचीं। वह 1975 और 1979 में अजेय रहते चैंपियन बनीं पर 1983 में भारत ने दो बार उसे हराकर खिताब भी जीता। ऑस्ट्रेलिया ने 1999, 2003 और 2007 में लगातार तीन विश्व कप जीतने के साथ ही 2006 में चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती। इन आठ वर्षों में कंगारुओं ने आईसीसी टूर्नामेंट में 44 में से 37 मैच जीते। हालांकि इंग्लैंड ने भी 2019 वनडे विश्व कप और 2022 टी-20 विश्व कप जीते पर उसका प्रदर्शन दबदबे वाला नहीं रहा।

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आईसीसी टूर्नामेंट में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली चार टीमें

टीम टूर्नामेंट खिताब जीत हार टाई

विंडीज (जून 1975-जून 1983) 3 2 15 02 00

ऑस्ट्रेलिया (मई 1999- अप्रैल 2007) 7 4 37 06 01

इंग्लैंड (मई 2019-नवंबर 2022) 3 2 16 06 01

भारत (अक्तूबर 2023- मार्च 2025) 3 2 23 01 00

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रोहित बड़े टूर्नामेंट के बड़े कप्तान

रोहित ने खुद को बड़े टूर्नामेंट का बड़ा कप्तान साबित किया। वह आईसीसी के दो टूर्नामेंट जीतने वाले धौनी (3 खिताब) के बाद दूसरे भारतीय हैं। आईसीसी के सीमित ओवरों में उनकी कप्तानी में टीम ने 30 में से सिर्फ तीन मैच हारे हैं। उनका जीत-हार का अनुपात 9.00 है। यह उन किसी भी कप्तानों में सर्वश्रेष्ठ है जिन्होंने जिन्होंने तीन टूर्नामेंट के कम से कम 15 मुकाबलों में टीम की अगुआई की है। वह 27 जीत के साथ सबसे अधिक जीत दर्ज करने में धौनी (41) और रिकी पोंटिंग (40) के बाद तीसरे स्थान पर हैं। पांच या उससे अधिक टीमों वाले टूर्नामेंट में रोहित का रिकॉर्ड (24 जीत, 2 हार) और भी ज्यादा शानदार है।

अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में सर्वाधिक खिताब जीतने वाले कप्तान

कप्तान देश खिताब प्रमुख ट्रॉफी

इमरान खान पाकिस्तान 4 विश्व कप 1992, ऑस्ट्रेलिया एशिया कप 1986, 1990, विश्व सीरीज 1989

रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया 4 विश्व कप 2203, 2007, चैंपियंस ट्रॉफाी 2006, 2009

एमएस धौनी भारत 4 विश्व कप 2011, टी-20 विश्व कप 2007, चैंपियंस ट्रॉफी 2013, टी-20 एशिया कप 2016

रोहित शर्मा भारत 4 टी-20 विश्व कप 2024, चैंपियंस ट्रॉफी 2025, वनडे एशिया कप 2018, 2023

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26 पारियों में विरोधियों को ऑलआउट किया

टीम इंडिया ने यह दबदबा उसकी असाधारण बल्लेबाजी के साथ ही गेंदबाज के दम पर स्थापित किया है। परंपरागत रूप से टीम वनडे में कम से कम तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरती है लेकिन दुबई की धीमी पिच पर चैंपियंस ट्रॉफी में उसने स्पिन पर बड़ा दांव खेला। टूर्नामेंट में उसके दो तिहाई ओवर स्पिन चौकड़ी ने फेंके। न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप मैच और फाइनल में स्पिनरों ने करीब 80% ओवर फेंके। रोहित की कप्तानी में वनडे टूर्नामेंट में भारतीय गेंदबाजों का औसत सिर्फ 23.14 रहा है और हर 30 गेंद पर एक बार विकेट मिला है। उन्होंने 26 में से 19 पारियों में विरोधियों को ऑलआउट किया है और सिर्फ एक बार 300 से ज्यादा रन दिए हैं। दो कप्तानों के गेंदबाजों का वनडे में रोहित से बेहतर औसत हैं। इनमें पोंटिंग की ऑस्ट्रेलिया (22.13) और महेला जयवर्धने की श्रीलंका (23.07) है। रोहित की अगुआई में भारतीय बल्लेबाजों का औसत वनडे में 46.92 का है, जो गेंदबाज़ी औसत से दोगुना है। बल्लेबाज़ी का स्ट्राइक रेट 93.46 है, जो एबी डीविलियर्स के नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीका (96.01) और इयोन मोर्गन की अगुआई में इंग्लैंड (95.11) से आगे है।

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पहले दस ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी

रोहित की कप्तानी में सबसे बड़ा बदलाव आक्रामक बल्लेबाजी रहा। रोहित के आक्रमण के दौरान एंकर की भूमिका निभाने की उनकी क्षमता भारत की पारी की शुरुआत में सफलता के लिए महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने शुरुआती दस ओवरों में खुद को ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की साथियों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया। टीम ने फील्ड प्रतिबंधों का फायदा उठाकर यह सुनिश्चित किया कि टीम चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए अक्सर मैच में आगे रहे। पूर्णकालिक कप्तान के रूप में रोहित की पहली वनडे सीरीज फरवरी 2022 से भारत ने पहले दस ओवरों में 5.87 प्रति ओवर और 55.15 प्रति विकेट की औसत से रन बनाए हैं। इसकी तुलना में, इसी अवधि के दौरान अन्य पांच शीर्ष टीमों (ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका) का सामूहिक रन रेट 5.39 और औसत 34.64 प्रति विकेट है। इसका मतलब है कि भारत ने पहले दस ओवरों में अन्य शीर्ष टीमों की तुलना में लगभग पांच रन ज़्यादा बनाए हैं जबकि औसत 21 रन प्रति विकेट रहा है। भारत ने पहले दस ओवरों में इतना अच्छा प्रदर्शन पहले कभी नहीं किया था। 2010 के दशक में टीम ने आमतौर पर अन्य शीर्ष टीमों की तुलना में लगभग चार रन ज्यादा बनाए। इसका श्रेय काफी हद तक विस्फोटक बल्लेबाज विरेन्दर सहवाग को जाता है।

रोहित का कमाल

-कप्तानी संभालने से पहले वनडे के शुरुआती दस ओवर में रोहित का स्ट्राइक रेट 69.87 और औसत 36.94 था

- पिछले तीन साल में पावरप्ले में उन्होंने 61.52 की औसत और 119.62 की स्ट्राइक रेट से 1292 रन बनाए हैं

-उनकी तुलना में तीन साल में इस दौरान भारत के अन्य बल्लेबाज़ों ने 80.93 की औसत से रन बनाए हैं

- गिल इस दौरान पावरप्ले में 94.22 की स्ट्राइक रेट और 93.83 की औसत से 1126 रन बनाए

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भारत के शीर्ष पांच बल्लेबाजों का एक साथ खेलते हुए प्रदर्शन

खिलाड़ी पारियां रन औसत स्ट्राइक रेट 50/100

कोहली 21 1221 71.82 97.05 6/6

रोहित 21 1030 49.04 116.51 7/1

श्रेयस 21 994 52.31 101.42 6/2

गिल 21 972 51.15 98.98 6/3

राहुल 20 686 52.76 91.22 2/1

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