दिल्ली में अब नहीं होगी टिकट की धांधली, बसों में लगेंगे एपीसी कैमरे; कैसे करेंगे काम
दिल्ली में बसों के संचालन में हो रहे घाटे के बाद अब टिकट जारी करने में धांधली को पकड़ने के लिए पहली बार तकनीकी तौर पर इंतजाम किए गए हैं। देवी योजना के तहत जल्द शुरू होने वाली नौ मीटर लंबी इलेक्ट्रिक बसों में यात्रियों की गिनती का डाटा तैयार करने के लिए एपीसी कैमरे लगाए गए हैं।

दिल्ली में बसों के संचालन में हो रहे घाटे के बाद अब टिकट जारी करने में धांधली को पकड़ने के लिए पहली बार तकनीकी तौर पर इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली में देवी योजना के तहत जल्द शुरू होने वाली नौ मीटर लंबी इलेक्ट्रिक बसों में यात्रियों की गिनती का डाटा तैयार करने के लिए ऑटोमेटिक पैसेंजर काउंटिंग (एपीसी) कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे प्रत्येक शिफ्ट के दौरान बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या का रिकॉर्ड तैयार कर सर्वर को भेजेंगे। इस डाटा का मिलान कंडक्टर की ओर से जारी किए गए टिकटों की संख्या से किया जाएगा। प्रत्येक बस के दोनों द्वारों पर ये कैमरे लगाए गए हैं। इनमें लगे सेंसर और काउंटर के माध्यम से यात्रियों की गिनती खुद-ब-खुद होती रहेगी।
कैमरों को लगाने वाली कंपनी के अधिकारी ने बताया सभी कैमरों को बसों का संचालन करने वाली संस्था डिम्ट्स और डीटीसी के सर्वर से जोड़ दिया गया है। जैसे ही बस रूट पर उतरेगी तो कैमरे अपना काम करना शुरू कर देंगे। कंपनी का कहना है कि कैमरों का डाटा बस में लगी डिवाइस में भी रहेगा, लेकिन एक निधारित अवधि तक ही यह स्टोर किया जाएगा। सर्वर पर यह डाटा तब तक रहेगा, जब तक कंपनी उसे खुद डिलीट नहीं करेगी। लंबी अवधि के बाद भी अगर इस डाटा की जरूरत पड़ेगी तो यह उपलब्ध रहेगा। कंपनी का कहना है कि दिल्ली की बसों में पहली बार इन कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा।
दिव्यांगों के लिए रैंप लगाया
इन लो-फ्लोर बसों में दिव्यांग यात्री अपनी व्हीलचेयर के साथ सफर कर सकेंगे। बस में एक फोल्डेबल रैंप बनाया गया है। अगर कोई दिव्यांग यात्री व्हीलचेयर लेकर आता है तो इस रैंप को खोलकर उन्हें अंदर ले जाया जा सकेगा।
यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा गया
बसों में यात्रियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा गया है। इसके लिए बस में दो कैमरे लगाए गए हैं, जो हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। इसका मकसद बसों में महिला यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाना भी है। इसके अलावा एक कैमरा ड्राइविंग सीट के सामने ऊपर लगाया गया है, जिसके जरिए ड्राइवर की गतिविधि पर नजर रहेगी। एक अन्य कैमरा बस के डैशबोर्ड पर और एक रियर कैमरा लगाया गया है। इनसे निगरानी की जाएगी कि ड्राइवर गलत ड्राइविंग तो नहीं कर रहा। किसी दुर्घटना के होने पर भी इन कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी जा सकती है, ताकि पता चल सके कि हादसे की वजह क्या रही।