गांव में शहर जैसी सुविधाएं देने में डासना अव्वल, केंद्र सरकार ने जारी की रैंकिंग
जहां एक तरफ लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार को प्राप्त होने वाले राजस्व के स्रोत भी बढ़े हैं। डासना के सामुदायिक केंद्र से हर साल 3.75 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हो रहा है।

गांव में शहर जैसी सुविधाएं देने में डासना देहात क्लस्टर ने देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। डासना को 100 में से 99.66 अंक मिले हैं। वहीं दूसरी रैंक मिजोरम राज्य के आइजोल जिले के एबॉक क्लस्टर ने प्राप्त की है। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत विकास कार्यों और सुविधाओं पर आधारित 15 बिंदुओं पर मंगलवार को यह रैंकिंग जारी की है। मंत्रालय ने 2016-17 में ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक, तकनीकी, सामाजिक और भौतिक बुनियादी सुविधाओं का प्रावधान कर समग्र क्षेत्र को विकसित करने के लिए योजना शुरू की थी। इसके तहत देशभर में 300 रुर्बन क्लस्टर बनाए गए थे। इन क्लस्टर की आबादी 25 से 50 हजार के बीच थी। क्लस्टर में शामिल गांवों को शहरी मानकों के आधार पर विकसित किया जाता है।
केंद्र सरकार ने गाजियाबाद की डासना देहात ग्राम पंचायत का चयन किया। डासना देहात ग्राम पंचायत में आठ मजरे इंद्रगढ़ी, राजीवपुरम, मयूर विहार, गुर्जरगढी, भूड़गढी, उस्मानगढी, कल्लूगढी और कुड़ियागढी शामिल हैं, जिन्हें इस मिशन के तहत विकसित किया गया है। डासना देहात क्लस्टर के विकास की निर्धारित डीपीआर (डिटेल प्रोजक्ट रिपोर्ट) 98.35 करोड़ की बनाई गई, जिसमें सीजीएफ (क्रिटकल गैप फंड) मद में 29.54 करोड़ केंद्र और शेष 68.81 करोड़ धनराशि केंद्र व राज्य परियोजनाओं के माध्यम से कन्वर्जेन्स मद में व्यय करने का प्रावधान है।
साल 2017 से 2023 तक सीजीएफ के अंतर्गत डासना के विकास के लिए 29.40 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई, जिसमे से 29.29 करोड़ विकास कार्यों में खर्च किया गया।
सरकार को प्राप्त होने वाले राजस्व के स्रोत भी बढ़े
जहां एक तरफ लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार को प्राप्त होने वाले राजस्व के स्रोत भी बढ़े हैं। डासना के सामुदायिक केंद्र से हर साल 3.75 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हो रहा है। वहीं जलापूर्ति से हर माह 33 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हो रहा है।
चिटहेड़ा क्लस्टर को 69वीं रैंक मिली
अगर गाजियाबाद से सटे गौतमबुद्धनगर की बात करें तो यहां की चिटहेड़ा क्लस्टर ने 86.33 अंक के साथ 69 रैंक मिली है। बागपत के सिलाना ने 71.05 अंक के साथ 181 रैंक प्राप्त की है। मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक, ने कहा कि डासना देहात को देशभर के क्लस्टर में प्रथम रैंक मिलना गर्व की बात है। योजना की मॉनिटरिंग से यह संभव हुआ। टीम के साथ मिलकर प्राथमिक के साथ योजना में काम कराए।