ask these 5 questions before marriage premanand ji maharaj प्रेमानंद जी महाराज: शादी से पहले जरूरी है इन बातों पर चर्चा
Hindi Newsफोटोपंचांग-पुराणप्रेमानंद जी महाराज: शादी से पहले जरूरी है इन बातों पर चर्चा

प्रेमानंद जी महाराज: शादी से पहले जरूरी है इन बातों पर चर्चा

Premanand Ji Maharaj: शादी को जीवन पवित्र बंधन माना जाता है। प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, एक सच्चा और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए एक-दूसरे की समझ और कुछ जरूरी सवालों पर खुलकर चर्चा जरूरी है। आइए, उनकी सलाह के आधार पर जानें कि शादी से पहले किन पांच महत्वपूर्ण सवालों पर चर्चा जरूरी है।

Navaneet RathaurSun, 25 May 2025 09:57 PM
1/9

ईश्वर से सही साथी की प्रार्थना

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि शादी का फैसला लेने से पहले ईश्वर से प्रार्थना करें कि वह ऐसा जीवनसाथी दे जो मन और धर्म दोनों में आपके साथ चले। आज के समय में सच्चाई और पवित्रता दुर्लभ है, लेकिन अगर आप स्वयं सही रास्ते पर चलेंगे, तो परमात्मा आपको वैसा ही साथी देंगे। यह आध्यात्मिक दृष्टिकोण जीवनसाथी चुनने में मार्गदर्शन करता है।

2/9

क्या तुम किसी और रिश्ते में रहे हो?

पिछले रिश्तों के बारे में खुलकर बात करना जरूरी है। प्रेमानंद जी कहते हैं कि बीता हुआ कल भविष्य को प्रभावित नहीं करना चाहिए। इस सवाल से आप सामने वाले की पारदर्शिता और भावनात्मक स्थिति को समझ सकते हैं।

3/9

परिवार और रिश्तों का नजरिया

शादी केवल दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों का संगम है। इसलिए, सामने वाले का परिवार और रिश्तों के प्रति दृष्टिकोण जानना जरूरी है। क्या वे परिवार को महत्व देते हैं? यह सवाल सामंजस्य की नींव रखता है।

4/9

धर्म और आध्यात्मिक सोच

प्रेमानंद जी के अनुसार, अगर दोनों की आध्यात्मिक सोच में समानता हो, तो वैवाहिक जीवन आसान और सुखद होता है। धर्म और आध्यात्म के प्रति उनके विचार जानने से रिश्ते की गहराई समझ आती है।

5/9

ईमानदारी और वफादारी का महत्व

रिश्ते की नींव ईमानदारी और वफादारी पर टिकी होती है। यह सवाल पूछकर आप सामने वाले की नैतिकता और रिश्ते के प्रति गंभीरता को समझ सकते हैं। प्रेमानंद जी कहते हैं कि सच्चाई रिश्ते को मजबूत बनाती है।

6/9

तनाव में कैसी प्रतिक्रिया?

मुश्किल समय में सामने वाला कैसे व्यवहार करता है? यह सवाल उनके स्वभाव और समस्या-समाधान की क्षमता को दर्शाता है। प्रेमानंद जी के अनुसार, यह समझना जरूरी है कि आपका साथी चुनौतियों का सामना कैसे करता है।

7/9

खुद को सुधारें, सही साथी पाएंप्रेमानंद जी कहते हैं कि पहले अपने भीतर सच्चाई और पवित्रता लाएं। जब आप स्वयं अच्छे बनेंगे, तो परमात्मा आपको वैसा ही जीवनसाथी देगा। यह आत्म-विकास का संदेश रिश्ते की नींव को मजबूत करता है।

8/9

शादी: सुख का साधन

प्रेमानंद जी के अनुसार, शादी जीवन को सुंदर बनाने का साधन है। लेकिन अगर मन और सोच में मेल ना हो, तो यह बंधन बन सकता है। इसलिए, सही सवाल पूछकर और समझदारी से निर्णय लें।

9/9

प्रेमानंद जी का मार्गदर्शन

प्रेमानंद जी की सलाह सरल लेकिन गहरी है। शादी से पहले इन सवालों पर चर्चा करें, ईश्वर पर भरोसा रखें और सच्चाई के रास्ते पर चलें। इससे आपका वैवाहिक जीवन सुखी और समृद्ध होगा।