Why do vehicles run on the left side in India right side in US and Europe British connection history भारत में लेफ्ट तो अमेरिका में राइट साइड में क्यों चलती हैं गाड़ियां? अंग्रेजों की गुलामी से है कनेक्शन
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भारत में लेफ्ट तो अमेरिका में राइट साइड में क्यों चलती हैं गाड़ियां? अंग्रेजों की गुलामी से है कनेक्शन

  • ऐसा क्यों? क्या यह सिर्फ परंपरा है, या इसके पीछे कोई गहरा ऐतिहासिक कारण छिपा है? इस सवाल का जवाब हमें इतिहास की गलियों में मिलेगा। जानिए..

Amit KumarSat, 12 April 2025 11:15 AM
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1. सड़क का नियम: एक वैश्विक सवाल

दुनिया के अलग-अलग देशों में गाड़ियां सड़क के अलग-अलग किनारों पर चलती हैं। भारत, ब्रिटेन, और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में लेफ्ट साइड ड्राइविंग का नियम है, जबकि अमेरिका, फ्रांस, और जर्मनी जैसे देशों में राइट साइड पर गाड़ियां चलती हैं। लेकिन ऐसा क्यों? क्या यह सिर्फ परंपरा है, या इसके पीछे कोई गहरा ऐतिहासिक कारण छिपा है? इस सवाल का जवाब हमें इतिहास की गलियों में तलाशना होगा। क्या इसका जवाब मध्ययुग में मिल सकता है?

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2. मध्ययुग: तलवारबाजी और सड़क का किनारा

मध्ययुग में यूरोप में लोग घोड़ों पर सवार होकर यात्रा करते थे। उस समय ज्यादातर लोग दाएं हाथ से तलवार चलाते थे। सड़क के बाईं ओर चलने से उनका दायां हाथ फ्री रहता था, जिससे वे हमलावरों से अपनी रक्षा कर सकते थे। यह प्रथा धीरे-धीरे सामान्य हो गई। लेकिन क्या यह प्रथा पूरी दुनिया में फैल गई? क्या हर देश ने इसे अपनाया?

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3. घोड़ों से गाड़ियों तक: परंपरा का विकास

18वीं सदी तक यूरोप में घोड़ा-गाड़ियों का चलन बढ़ा। ब्रिटेन में लेफ्ट साइड की परंपरा बरकरार रही, क्योंकि गाड़ी चलाने वाला (व्हिपर) दाएं हाथ से कोड़ा चलाता था, और लेफ्ट साइड पर चलने से सामने आने वाली गाड़ियों को देखना आसान था। लेकिन दूसरी ओर, कुछ देशों में राइट साइड की प्रथा शुरू हो रही थी। आखिर क्यों? क्या इसका जवाब क्रांतियों में छिपा है?

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4. फ्रांस की क्रांति: राइट साइड की शुरुआत

फ्रांसीसी क्रांति (1789) ने न केवल सामाजिक ढांचे को बदला, बल्कि सड़क के नियम भी प्रभावित किए। उस समय फ्रांस में कुलीन वर्ग लेफ्ट साइड पर चलता था, जबकि आम लोग राइट साइड पर। क्रांति के बाद, राइट साइड चलन में आया, क्योंकि यह सामाजिक समानता का प्रतीक बन गया। नेपोलियन ने इस नियम को अपने साम्राज्य में लागू किया। लेकिन ब्रिटेन पर इसका असर क्यों नहीं पड़ा? क्या ब्रिटेन ने जानबूझकर विरोध किया?

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5. ब्रिटिश साम्राज्य: लेफ्ट साइड का गढ़

ब्रिटेन ने फ्रांस के राइट साइड नियम को कभी नहीं अपनाया। इसके पीछे उनकी परंपराएं और फ्रांस के साथ प्रतिद्वंद्विता थी। ब्रिटिश साम्राज्य ने अपने उपनिवेशों—जैसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, और दक्षिण अफ्रीका—में लेफ्ट साइड ड्राइविंग को लागू किया। भारत में अंग्रेजों ने सड़कों और रेलवे को इस तरह डिजाइन किया कि लेफ्ट साइड का नियम मजबूत हो। लेकिन क्या यह सिर्फ अंग्रेजों की जिद थी? क्या अमेरिका ने ब्रिटेन से बगावत की?

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6. अमेरिका: राइट साइड की आजादी

अमेरिका ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता के बाद कई ब्रिटिश परंपराओं को खारिज किया, जिसमें लेफ्ट साइड ड्राइविंग भी शामिल थी। 18वीं सदी में अमेरिका में बड़े वैगनों (डिब्बों) का इस्तेमाल होता था, जिन्हें कई घोड़ों द्वारा खींचा जाता था। वैगन चालक राइट साइड पर बैठकर गाड़ी को बेहतर नियंत्रित कर सकते थे। धीरे-धीरे, राइट साइड ड्राइविंग अमेरिका का मानक बन गया। लेकिन क्या यह सिर्फ व्यावहारिक था? क्या भारत में अंग्रेजों की छाप आज भी बनी हुई है?

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7. भारत में लेफ्ट साइड: औपनिवेशिक विरासत

भारत में लेफ्ट साइड ड्राइविंग की जड़ें ब्रिटिश औपनिवेशिक काल से जुड़ी हैं। अंग्रेजों ने भारत में सड़कें, रेलवे, और प्रशासनिक नियम बनाए, जो लेफ्ट साइड पर आधारित थे। स्वतंत्रता के बाद भारत ने इस नियम को बनाए रखा, क्योंकि इसे बदलने की लागत और जटिलता बहुत अधिक थी। लेकिन क्या यह केवल व्यावहारिक निर्णय था? क्या दुनिया में एक नियम लागू हो सकता था?

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8. कुछ देशों ने ड्राइविंग नियम बदले, असफल प्रयास

20वीं सदी में कुछ देशों ने ड्राइविंग नियम बदले। उदाहरण के लिए, स्वीडन 1967 में लेफ्ट से राइट साइड ड्राइविंग पर चला गया, ताकि पड़ोसी देशों के साथ तालमेल हो। लेकिन वैश्विक स्तर पर एक नियम लागू करना असंभव साबित हुआ। आज दुनिया के लगभग 35% देश लेफ्ट साइड पर और 65% राइट साइड पर गाड़ियां चलाते हैं। क्या इसके पीछे केवल परंपरा है? क्या आधुनिक तकनीक नियम बदल सकती है?

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9. आधुनिक युग: तकनीक और ड्राइविंग

आज ऑटोमैटिक कारें और एआई ड्राइविंग के भविष्य को बदल रही हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में सड़क के किनारे का नियम अप्रासंगिक हो सकता है, क्योंकि ऑटोमैटिक सिस्टम किसी भी साइड पर काम कर सकते हैं। लेकिन क्या देश अपनी ऐतिहासिक परंपराओं को इतनी आसानी से छोड़ देंगे?

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10. परंपरा बनाम प्रगति: बहुत बड़ी है बहस

लेफ्ट और राइट साइड ड्राइविंग सिर्फ नियम नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान का हिस्सा हैं। भारत में लेफ्ट साइड ड्राइविंग ब्रिटिश विरासत की निशानी है, तो अमेरिका में राइट साइड उनकी स्वतंत्रता और इनोवेशन का प्रतीक है। क्या भविष्य में दुनिया एक नियम पर सहमत होगी, या यह विविधता बनी रहेगी? यह सवाल समय के साथ ही जवाब देगा।