यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई;प्रताप सिंह खाचरियावास के घर ED रेड पर भड़की कांग्रेस
- यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब राजस्थान में राजनीतिक तापमान पहले से ही गर्म है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाया है।

जयपुर में आज राजनीतिक हलचल इस समय तेज हो गई, जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के घर पर छापा डाल दिया। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब राजस्थान में राजनीतिक तापमान पहले से ही गर्म है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को "राजनीतिक प्रतिशोध" करार देते हुए केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कार्रवाई की तीखी आलोचना करते हुए एक्स पर लिखा,"खाचरियावास के घर ED की रेड की कार्रवाई निंदनीय है।" उन्होंने कहा कि 2020 में जब कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही थी,उस समय खाचरियावास ने भाजपा के खिलाफ मुखर विरोध दर्ज कराया था। गहलोत ने आगे कहा कि पहले भी ED ने उन्हें प्रताड़ित करने के उद्देश्य से लंबी पूछताछ की थी — 12 अगस्त 2020 को 7-8 घंटे तक पूछताछ की गई थी।
गहलोत ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस नेताओं गोविंद डोटासरा और मुरारीलाल मीणा उर्फ हुडला के घरों पर भी इसी प्रकार की कार्रवाई की गई थी, जो पूरी तरह से राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित थी। उन्होंने कहा,"अब केंद्रीय जांच एजेंसियों की विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई से किसी को अचंभा नहीं होता, क्योंकि यह पूरी तरह से राजनीतिक दुरुपयोग है।"
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी ED की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,"ED की यह कार्रवाई सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल खड़ा करती है। विपक्ष के नेताओं के खिलाफ एजेंसियों के इस्तेमाल से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध है।"उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और जनता के हक और आवाज को बुलंद करने के लिए मजबूती से खड़ी रहेगी।
कांग्रेस नेताओं के बयानों से साफ है कि पार्टी इस मुद्दे को सिर्फ कानूनी नहीं,बल्कि राजनीतिक लड़ाई के रूप में देख रही है। आने वाले दिनों में इस कार्रवाई को लेकर प्रदेश की राजनीति में और गर्माहट आना तय माना जा रहा है।