महाराणा प्रताप ने नहीं झुकने दी मेवाड़ की मिट्टी, मोदी नहीं झुकने दे रहे भारत की अस्मिता!
वीरता, स्वाभिमान और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर महाराणा प्रताप फाउंडेशन द्वारा 28 मई को बिड़ला ऑडिटोरियम में 'शौर्य गाथा के रंग' नामक एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

वीरता, स्वाभिमान और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर महाराणा प्रताप फाउंडेशन द्वारा 28 मई को बिड़ला ऑडिटोरियम में 'शौर्य गाथा के रंग' नामक एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे, जबकि उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, सहकारिता मंत्री गौतम दक, जयपुर सांसद मंजू शर्मा, हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य और जमवारामगढ़ विधायक महेंद्र पाल मीणा सहित कई गणमान्य अतिथि भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक प्रेम सिंह बनवासा ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महाराणा प्रताप के जीवन, उनके त्याग, साहस और देशभक्ति की भावना को जन-जन तक पहुंचाना है। इसके साथ ही समाज के युवाओं में राष्ट्रभक्ति, आत्मबलिदान और सांस्कृतिक गौरव के मूल्यों को स्थापित करना भी इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
प्रेम सिंह बनवासा ने बातचीत करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने जीवन में कभी भी मुगलों के सामने समर्पण नहीं किया और न ही अपनी भूमि का एक इंच हिस्सा किसी को सौंपा। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उसी प्रकार देश की अखंडता, सुरक्षा और स्वाभिमान के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं। "महाराणा प्रताप और प्रधानमंत्री मोदी एक जैसे हैं, दोनों ही देश के स्वाभिमान के प्रतीक हैं," बनवासा ने यह कहते हुए दोनों महान शख्सियतों की तुलना की। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह महाराणा प्रताप को जनता ने अपना राजा माना, उसी तरह आज देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में चुना है।
कार्यक्रम की रूपरेखा साझा करते हुए उन्होंने बताया कि इसमें महाराणा प्रताप के जीवन पर आधारित एक विशेष डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही ओजपूर्ण कविताओं के माध्यम से कविगण महाराणा प्रताप की वीरता और संघर्ष की गाथा प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ शौर्यगाथा की विभिन्न झलकियां भी देखने को मिलेंगी।
बनवासा ने बताया कि महाराणा प्रताप फाउंडेशन द्वारा वर्षभर शौर्यगाथा संगोष्ठियों, व्याख्यानों, निबंध प्रतियोगिताओं, नाटकों, प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को इतिहास से जोड़ते हुए उनमें देशभक्ति की भावना को प्रबल करना है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।