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कोटा में सड़क पर बेहोश होकर गिरा बुजुर्ग, देवदूत बनकर आए दो पुलिसकर्मी; CPR से बचाई जान

राजस्थान के कोटा शहर में अभया कमांड सेंटर के पुलिसकर्मी 55 साल के बुजुर्ग शख्स के लिए देवदूत बनकर आया। बुजुर्ग दोपहर को अपनी बेटी द्वारा चलाए जा रहे स्कूटर की पिछली सीट पर बैठकर घर जा रहे थे। इस दौरान वह सड़क पर बेहोश होकर गिर पड़े और खून की उल्टियां करने लगे।

Sneha Baluni कोटा। पीटीआईThu, 20 March 2025 10:22 AM
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कोटा में सड़क पर बेहोश होकर गिरा बुजुर्ग, देवदूत बनकर आए दो पुलिसकर्मी; CPR से बचाई जान

राजस्थान के कोटा शहर में अभया कमांड सेंटर के पुलिसकर्मी 55 साल के बुजुर्ग शख्स के लिए देवदूत बनकर आया। बुजुर्ग दोपहर को अपनी बेटी द्वारा चलाए जा रहे स्कूटर की पिछली सीट पर बैठकर घर जा रहे थे। इस दौरान वह सड़क पर बेहोश होकर गिर पड़े और खून की उल्टियां करने लगे। हेड कांस्टेबल मोहम्मद रफीक और निरंजन कुमार ने बुजुर्ग को सीपीआर दिया और उन्हें पास के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया। जिसकी वजह से उनकी जान बच गई।

रंगमबरी इलाके के 55 साल के निवासी सुनील कुमार लूथरा शाम करीब 4.45 बजे अपनी बेटी के साथ स्कूटर पर पीछे बैठे थे, तभी उन्होंने अपनी बेटी से अभय कमांड सेंटर के सामने गाड़ी रोकने को कहा और बेहोश होकर गिर पड़े। दो पुलिसकर्मी तुरंत उनके पास पहुंचे, जिनके मुंह से बहुत ज्यादा खून निकल रहा था। उन्होंने सेंटर से अन्य पुलिसकर्मियों को बुलाया और लूथरा को अस्पताल ले जाने के लिए गाड़ी मांगी।

कांस्टेबल रफीक ने बताया कि यह मानते हुए कि व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा है, निरंजन कुमार ने उन्हें सड़क पर लिटाया और 2-3 मिनट तक सीपीआर दिया, जिससे उसकी हालत सामान्य हो गई। एक अन्य कांस्टेबल ने कार निकाली और वे बीमार व्यक्ति को पास के एक निजी अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत खतरे से बाहर है।

समय पर मदद के लिए पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए लूथरा की पत्नी ने कहा कि उनके खून में मामूली थक्के (ब्लॉकेज) थे और इसका इलाज चल रहा था। सुबह उन्होंने बेचैनी की शिकायत की, लेकिन फिर भी दुकान पर जाने का फैसला किया। हालांकि, बाद में दिन में उनकी हालत बिगड़ गई और उन्होंने अपनी बेटी को घर ले जाने के लिए बुलाया। पत्नी ने बताया कि अस्पताल में आगे की मेडिकल जांच चल रही है।