सॉरी मैं आपका सपना पूरा नहीं कर पाया;कोटा में MBBS छात्र ने लगाया मौत को गले, पिता को शक
- राजस्थान के कोटा में छात्रों के सुसाइड के मामले थमते नहीं दिख रहे हैं। कोटा मेडिकल कॉलेज के एक अंतिम वर्ष के MBBS छात्र ने आत्महत्या कर ली। मृतक बेचे के पिता को शक है कि जिस कॉलेज में वह पढ़ाई कर रहा था, वहां उसे परेशान किया जा रहा था।

राजस्थान के कोटा में छात्रों के सुसाइड के मामले थमते नहीं दिख रहे हैं। कोटा मेडिकल कॉलेज के एक अंतिम वर्ष के MBBS छात्र ने आत्महत्या कर ली। मृतक बेचे के पिता को शक है कि जिस कॉलेज में वह पढ़ाई कर रहा था, वहां उसे परेशान किया जा रहा था। मृतक की पहचान सुनील बैरवा के रूप में हुई है,वह जयपुर जिले के बस्सी का रहने वाला था। उसने बुधवार रात मेडिकल कॉलेज के अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को उसके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने अपने माता-पिता से डॉक्टर बनने का उनका सपना पूरा नहीं कर पाने के लिए माफी मांगी है। महावीर नगर पुलिस थाने के एसएचओ मोहनलाल ने बताया कि सुनील का शव मेडिकल कॉलेज परिसर के अंडरग्रेजुएट छात्रावास में उसके कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला। माता-पिता को सूचित किया गया और वे गुरुवार सुबह कोटा पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मोहनलाल ने बताया कि माता-पिता ने पुलिस को बताया कि सुनील को परीक्षा में बैठने नहीं दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि हम मामले की सभी एंगल से जांच कर रहे हैं। सुनील के पिता काजोड़मल बैरवा ने बताया कि उनके बेटे ने NEET परीक्षा पास की और 2019 में कोटा मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था। कॉलेज ने उसे पहली परीक्षा में फेल कर दिया। हमने RUHS में केस दायर किया और आंसर शीट की जांच करवाई। 7-8 महीने बाद जब रिजल्ट आया तो सुनील पास हो गया। सुनील ने फिर दूसरे साल की परीक्षा पास कर ली, लेकिन तीसरे साल की परीक्षा में वह नकल करते पकड़ा गया। वह पिछले 18 महीनों से कॉलेज से बाहर था। उसने हाल ही में कॉलेज प्रशासन से मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने उसे परेशान किया जिसके कारण उसने यह कदम उठाया।
कोटा मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. संगीता सक्सेना भी मोर्चरी पहुंचीं। उन्होंने माता-पिता से बात की और कहा कि यह एक दुखद घटना है। मैंने छात्र के बारे में जानकारी प्राप्त की और पता चला कि वह एक परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़ा गया था। उसके बाद RUHS ने छात्र को एक साल के लिए निष्कासित कर दिया था। उसकी दो परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई थीं। हम जांच कर रहे हैं कि क्या सुनील परीक्षा में बैठने के योग्य था। सुनील के पिता की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच के लिए हमने एक टीम का गठन किया है। हमने एक डॉक्टर खो दिया है और उसके माता-पिता ने एक बेटा खो दिया है। हम इस मामले में कुलपति से बात करेंगे। यह इस साल कोटा में किसी छात्र द्वारा की गई सातवीं आत्महत्या है। ये छात्र कोटा में कोचिंग क्लासेस में नामांकित थे और इंजीनियरिंग या मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे।