पत्नी का हाथ थामे भारत लौटे थे,कश्मीर की वादियों में सदा के लिए बिछड़ गए नीरज
- जयपुर के एक नवविवाहित परिवार पर कश्मीर की धरती से दर्दनाक खबर आई है। पहलगांव में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में जयपुर निवासी नीरज उधवानी की मौत हो गई। नीरज की शादी कुछ ही महीने पहले हुई थी और वह अपनी पत्नी के साथ भारत आया था।

जयपुर के एक नवविवाहित परिवार पर कश्मीर की धरती से दर्दनाक खबर आई है। पहलगांव में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में जयपुर निवासी नीरज उधवानी की मौत हो गई। नीरज की शादी कुछ ही महीने पहले हुई थी और वह अपनी पत्नी के साथ भारत आया था। दुबई में नौकरी करने वाले नीरज कुछ दिन पहले ही शिमला में एक मित्र की शादी में शामिल होने आए थे और वहां से कश्मीर की खूबसूरत वादियों में घूमने का कार्यक्रम बनाया।
कश्मीर में घटना वाले दिन उनकी पत्नी होटल में ठहरी रहीं,जबकि नीरज घूमने के लिए बाहर निकले थे। लेकिन किसे पता था कि वादी की वो सैर,उनका आखिरी सफर बन जाएगी। आतंकी हमले में नीरज को गोली मार दी गई। सुबह उनका पार्थिव शरीर कश्मीर से दिल्ली लाया गया और शाम 8:15 बजे तक जयपुर पहुंचेगा। गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
नीरज की पत्नी के फोन कॉल को याद करते हुए प्रकाश ने बताया, "उन्होंने नीरज को मार डाला," वह बस इतना ही कह पाई थी। बाद में पता चला कि नीरज मंगलवार दोपहर कुछ देर के लिए होटल से अकेले बाहर गए थे जबकि आयुषी वहीं रुकी हुई थी। कुछ देर बाद, आयुषी को गोलियों की आवाजें और लोगों के चीखने की आवाजें सुनाई दीं। वह बाहर आई और उसे एहसास हुआ कि कुछ लोगों ने घाटी में गोलीबारी की है। जब वह अपने पति को ढूंढ रही थी, तो स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने उसे रात में सूचित किया कि नीरज की मौत हो गई है।

नीरज जयपुर के मॉडल टाउन स्थित फॉरेस्ट व्यू रेजीडेंसी कॉलोनी में रहते थे। उनके बड़े भाई किशोर उधवानी इनकम टैक्स विभाग में कार्यरत हैं। परिवार में मातम पसरा है। नीरज की नवविवाहिता पत्नी बेसुध है और माता-पिता गहरे सदमे में हैं। यह केवल एक व्यक्ति की मौत नहीं है,एक सपनों से भरा जीवन थम गया,एक नई दुल्हन का सिंदूर उजड़ गया, और एक परिवार का उजाला बुझ गया। पड़ोसी,मित्र और रिश्तेदार सभी शोक में हैं। नीरज की मुस्कुराहट और विनम्रता को याद कर हर आंख नम है।
जयपुर में आज शाम 6:30 बजे शहीद स्मारक पर राजस्थान सेवानिवृत्त पुलिस कल्याण संस्थान की ओर से शोकसभा का आयोजन किया गया है,जहां शहरवासी नीरज समेत पहलगांव हमले में जान गंवाने वाले सभी निर्दोषों को श्रद्धांजलि देंगे। कभी वतन लौटने की खुशी में आंखों में चमक थी, अब उन्हीं आंखों से केवल आंसू बह रहे हैं। कश्मीर की खूबसूरत वादियों में देश की एक और मासूम जान आतंक की भेंट चढ़ गई। नीरज अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका नाम हमेशा उन निर्दोषों की सूची में रहेगा, जो शांति के लिए शहीद हो गए।
