राजस्थान में अब सस्ते घर का सपना होगा साकार, कई आवासीय परियोजनाओं को मिली मंजूरी
घर का सपना देख रहे राजस्थान के लोगों के लिए एक गुड न्यूज सामने आई है। नगरीय विकास विभाग की परियोजना समिति की बुधवार को हुई 173वीं बैठक में इस बारे में बड़े फैसले लिए गए हैं।

राजस्थान में सस्ते घर का सपना देख रहे लोगों के लिए एक गुड न्यूज है। नगरीय विकास विभाग की परियोजना समिति की बुधवार को हुई 173वीं बैठक में इस बारे में बड़े फैसले लिए गए हैं। इस बैठक में आवासन मंडल की ओर से कई महत्वपूर्ण आवासीय परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। इस फैसले से न केवल आवास की किल्लत दूर करने में मदद मिलेगी, वरन रियल एस्टेट सेक्टर में नई जान भी फूंकी जा सकेगी।
बैठक में जयपुर के प्रतापनगर सेक्टर-28 में प्रस्तावित 84 फ्लैट्स वाली ग्रीनवुड आइकोनिक टॉवर परियोजना को हरी झंडी दी गई। यह परियोजना मध्यमवर्गीय निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर मानी जा रही है। यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है जब जयपुर शहर के विकसित क्षेत्रों में बड़े साइज के फ्लैट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।
इसके साथ ही बांरा जिले के गोपालपुरा गांव में 497 भूखंडों की योजना को भी मंजूरी मिली है। इससे छोटे कस्बों में भी सुनियोजित आवासीय विकास का रास्ता साफ होगा। वहीं उदयपुर की पानेरियों की मादड़ी योजना में EWS और LIG फ्लैट्स की परियोजना में आंशिक संशोधन से संकेत मिल रहा है कि सरकार गरीब और निम्न आय वर्ग को भी आवासीय योजनाओं के दायरे में लाकर संतुलन बनाने की दिशा में काम कर रही है।
जानकारों का मानना है कि इन आवासीय योजनाओं से न केवल आम लोगों को लाभ मिलेगा वरन आवास निर्माण से जुड़े उद्योगों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इससे स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ने की भी उम्मीद है। बैठक में आवासन मंडल, नगर नियोजन और इंजीनियरिंग विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इससे साफ है कि राज्य सरकार आवास क्षेत्र को प्राथमिकता में रखकर सुनियोजित शहरीकरण की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।