राजस्थान में 1 मई से बदलेगा मौसम, आंधी और बारिश का येलो अलर्ट; आज लू की चेतावनी
राजस्थान में पिछले कई दिनों से तेज गर्मी और लू का कहर जारी है। मौसम विभाग की मानें तो राजस्थान में पहली मई से मौसम में बदलाव देखा जाएगा। कैसा रहेगा मौसम? IMD का ताजा अपडेट...

राजस्थान में पिछले कई दिनों से तेज गर्मी और लू का कहर जारी है। जैसलमेर, बाड़मेर समेत प्रदेश के अधिकतर इलाकों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। बीते 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान जैसलमेर में 46.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं बाड़मेर, फलोदी, बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, चूरू और कोटा में भी तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। मौसम विभाग की मानें तो पहली मई से सूबे के मौसम में बदलाव देखा जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार, 30 अप्रैल को प्रदेशवासियों को तेज गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग ने 30 अप्रैल को बाड़मेर में लू चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बीकानेर में लू चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि 1 मई से राजस्थान में मौसम बदलेगा। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से राजस्थान के 80 फीसदी हिस्से में तेज आंधी और बारिश की संभावना है। कुछ जगहों पर आंधी की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। कुछ जगहों पर ओले गिरने के भी आसार हैं।
मौसम विभाग ने 1 मई को राजस्थान के 16 जिलों में गरज चमक के साथ आंधी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। पहली मई को अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनू, करौली, सीकर, बाड़मेर, बीकानेर और चूरू जिलों के अलग-अलग हिस्सों में गरज चमक और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इसके बाद 2 मई को 6 जिलों में गरज चमक और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का ऑरेंज अलर्ट और 13 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। जिन जिलों में गरज चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, उनमें झुंझुनू, सीकर, बीकानेर, चूरू, नागौर और श्रीगंगानगर जिले शामिल हैं।
वहीं 3 मई को 8 जिलों में आंधी और बारिश का ऑरेंज अलर्ट और 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने 3 मई को झुंझुनू, सीकर, बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर, जोधपुर और नागौर जिलों के अलग-अलग हिस्सों में गरज चमक और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इससे तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है। इससे लोगों को हीटवेव से राहत मिल सकती है।