मायावती की बसपा में एक और उलटफेर की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि भतीजे आकाश आनंद पर एक्शन के बाद मायावती उनके खिलाफ आई शिकायतों का दूसरे स्तर से पड़ताल भी करा रही हैं।
मायावती ने रणधीर बेनीवाल को आनंद कुमार की जगह नेशनल कोआर्डिनेटर बनाने का ऐलान किया और कहा कि आनंद कुमार बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए सीधे मेरे दिशा-निर्देशन में अपनी जिममेदारियों को निभाते रहेंगे। आखिर कौन हैं रणधीर बेनीवाल?
मायावती ने एक्स पर आनंद कुमार को नेशनल कॉर्डिनेटर के पद से हटाने की जानकारी दी है। उन्होंने रविवार को ही आनंद कुमार को यह जिम्मेदारी दी थी। आकाश आनंद को पार्टी से ही बाहर किए जाने के बाद अब इस फैसले की भी खूब चर्चा हो रही है।
आकाश आनंद के इस भाषण पर कार्यकर्ता भले उत्साहित थे, लेकिन बसपा के ही सीनियर नेताओं का एक वर्ग इससे नाखुश था। इसके बाद भी आकाश आनंद पार्टी लाइन से इतर कई बार बेहद आक्रामक नजर आए। आमतौर पर मायावती के अलावा किसी और नेता को अपनी अलग लाइन से चलने की परमिशन नहीं होती।
बसपा से निकाले गए मायावती के भतीजे आकाश आनंद को मोदी सरकार में मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले ने अपनी पार्टी में आने का न्योता दिया है। यह भी कहा है कि उन्हें यहां उचित सम्मान मिलेगा।
बसपा प्रमुख मायावती के निशाने पर आए भतीजे आकाश आनंद और ससुर अशोक सिद्धार्थ को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। मायावती ने इसे लेकर जो भी कहा हो लेकिन असली कारण अभी सामने आना बाकि है। एक कारण आकाश के ससुर अशोक का सपा-कांग्रेस की ओर गठबंधन पर झुकाव को भी कहा जा रहा है।
भतीजे आकाश आनंद के खिलाफ मायावती ने दूसरी बार ऐक्शन लिया है। भले ही सभी पदों से हटाया था, पार्टी से निकालने की बात शायद न ही आती, लेकिन आकाश की ये दो बातें अखर गई।
बसपा में बड़े नेताओं को पार्टी से बाहर करना बड़ी बात नहीं है। लेकिन मायावती ने सोमवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को ही बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिससे पार्टी में हड़कंप मच गया। आखिर ऐसा क्या हुआ जिससे मायावती को इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा।
मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सोमवार को पार्टी से भी निष्कासित कर दिया। इसे लेकर सपा सांसद राजीव राय ने इशारे-इशारे में ही मायावती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि बसपा प्रमुख भाजपा के खिलाफ बोलने के कारण नाराज थीं।
मायावती ने लिखा, 'बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी।'