अहमदाबाद विमान हादसे पर लगातार प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई हैं। सीएम योगी ने हादसे पर दुख जताया है। अखिलेश यादव ने स्पष्टीकरण जारी करने की मांग की है। मायावती ने संवेदना जताई है।
नाबालिग बच्ची का रेप और इलाज में लापरवाही से हुई मौत पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिहार में कानून एवं स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
आकाश आनंद को लेकर मायावती पर निशाना साधने के बाद बसपा प्रमुख ने सांसद चंद्रशेखर आजाद को बरसाती मेंढक कह दिया। इस पर चंद्रशेखर ने पलटवार किया है। पूछा कि मायावती की क्या मजबूरी है कि इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
यूपी में मदरसों पर हो रहे एक्शन पर मायावती ने नाराजगी जताई है। साथ ही सरकारी स्कूलों में बच्चों की घटना संख्या को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है। मायावती ने कहा कि स्कूलों को बंद करने के बजाय, शिक्षा को प्रोत्साहन देना जरूरी है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर में तीनों चुनाव आयुक्त के साथ बैठक की। बहनजी के नाम से लोकप्रिय मायावती इस तरह की बैठकों में कम जाती हैं।
मोदी सरकार के जातीय जनगणना कराने के फैसले का हर कोई स्वागत कर रहा है। भाजपा ही नहीं विपक्षी पार्टियों ने अपने-अपने अंदाज में इस फैसले का समर्थन किया है।
बसपा प्रमुख मायावती की पोस्ट के अगले ही दिन उनके भतीजे आकाश आनंद भी सक्रिय हो गए। दो महीने बाद आकाश ने किसी राजनीतिक मामले पर बुधवार को अपना बयान दिया है। इतने दिनों बाद सक्रिय होते ही सपा और अखिलेश यादव को निशाने पर लिया है।
मायावती ने पहलगाम आतंकी हमले पर दलों को नसीहत देने के साथ ही बाबा साहेब के अपमान को लेकर सड़क पर उतरने की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए। न कि घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने 24 घंटे में दूसरी बार भतीजे आकाश आनंद को लेकर एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें पार्टी नेताओं को आकाश आनंद का हौंसला बढ़ाने की भी हिदायत है। ऐसे में माना जा रहा है कि एक बार फिर आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है।
भतीजे आकाश आनंद को पहले निकालने फिर वापस लेने को लेकर उठ रहे सवालों पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को सफाई दी। उन्होंने साफ किया कि यह आया राम, गया राम वाला मामला नहीं है। किसको लेना है और किसको निकालना है, यह पार्टी का अपना फैसला होता है।