मायावती ने वक्फ बिल पेश होने के बाद प्रतिक्रिया दी है। शुक्रवार सुबह उन्होंने ऐक्स पर पोस्टकर विधेयक को जल्दबाजी में पारित करने की आलोचना की। मायावती ने कहा कि बसपा इसका समर्थन नहीं करती है। बसपा मुस्लिम समाज का पूरा साथ देगी।
राणा सांगा विवाद में हमला भले ही सपा सांसद रामजी लाल सुमन के आवास पर हुआ है लेकिन इससे चिंता बहुजन समाज पार्टी की बढ़ गई है। बसपा प्रमुख मायावती ने पूरे मामले को घिनौनी राजनीति करार दिया है। सपा के दलित नेताओं को नसीहत भी दी है।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने 2007 की तर्ज पर 2027 का विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। जिस तरह से 2007 में भाईचारा कमेटियां बनाकर बसपा ने बहुमत वाली सरकार बनाई थी, उसी तरह का प्रयोग दोबारा किया जा रहा है।
योगी सरकार के आठ साल पूरे होने पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने यूपी की कानून व्यवस्था को बहुत खराब बताते हुए कहा कि जनता दुखी है।
बसपा प्रमुख मायावती ने आगरा में अंबेडकर भवन को अतिक्रमण बताकर हटाने की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है। दरअसल, आगरा में बाराखंबा आगरा रेलवे फाटक के पास स्थित अंबेडकर सामुदायिक भवन को हटाने के लिए नोटिस लगाया गया है।
संभल सीओ अनुज चौधरी को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि संभल की तरह अधिकारियों का गलत इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। इनको कानून व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कांग्रेस की राह पर चल रही है। गरीबों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
मायावती की बसपा में एक और उलटफेर की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि भतीजे आकाश आनंद पर एक्शन के बाद मायावती उनके खिलाफ आई शिकायतों का दूसरे स्तर से पड़ताल भी करा रही हैं।
मायावती ने एक्स पर आनंद कुमार को नेशनल कॉर्डिनेटर के पद से हटाने की जानकारी दी है। उन्होंने रविवार को ही आनंद कुमार को यह जिम्मेदारी दी थी। आकाश आनंद को पार्टी से ही बाहर किए जाने के बाद अब इस फैसले की भी खूब चर्चा हो रही है।
आकाश आनंद के इस भाषण पर कार्यकर्ता भले उत्साहित थे, लेकिन बसपा के ही सीनियर नेताओं का एक वर्ग इससे नाखुश था। इसके बाद भी आकाश आनंद पार्टी लाइन से इतर कई बार बेहद आक्रामक नजर आए। आमतौर पर मायावती के अलावा किसी और नेता को अपनी अलग लाइन से चलने की परमिशन नहीं होती।