कॉनराड संगमा ने लिखा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीरेन सिंह ने स्वर्गीय पीए संगमा जी का नाम घसीटा। संगमा जी ने हमेशा पूर्वोत्तर के लोगों के लिए संघर्ष किया। वे पूर्वोत्तर के लोगों के मुद्दों और अधिकारों के मजबूत पैरोकार रहे।’
गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, केंद्र सरकार ने मणिपुर राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद, सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम, 1958 (1958 का 28) की धारा 3 की ओर से प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल किया।