बंगाल सरकार आगामी विधानसभा सत्र में OBC के लिए एक व्यापक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने की तैयारी कर रही है। सर्वेक्षण में 140 उप-समूहों को चिह्नित किया गया है, जिन्हें 17% आरक्षण का लाभ मिलेगा।
अब यह रिजर्वेशन सरकारी नौकरियों में तो मिलता था, लेकिन उच्च शिक्षण संस्थानों में यह लागू नहीं था। इसकी मांग लंबे समय से की जाती रही है। हालांकि अब भी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले में यह लागू नहीं होगा।
महाराष्ट्र में आखिरी बार स्थानीय निकाय चुनाव 2016-2017 में हुए थे। ओबीसी आरक्षण के लिए कानूनी लड़ाई की वजह से ही चुनाव में देरी हो रही है। 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी के लिए 27 फीसदी कोटा लागू करने के महाराष्ट्र सरकार के अध्यादेश को खारिज कर दिया था।
मोदी सरकार में मंत्री और अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने जातीय जनगणना कराने के ऐलान को अपनी सरकार की मांग पूरा होने से जोड़ते हुए अब ओबीसी मंत्रालय की मामला उठाया है। कहा कि यह मांग भी पूरी होगी।
कर्नाटक सरकार ने हाल ही में अपनी जातिगत जनगणना के आधार पर सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े समुदायों के लिए आरक्षण बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने की योजना बनाई है।
आपको बता दें कि सर्वेक्षण की शुरुआत 2015 में एच कंथराज द्वारा की गई थी और बाद में कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के जयप्रकाश हेगड़े ने इसे पूरा किया और फरवरी 2024 में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को रिपोर्ट सौंपी।
दिलचस्प बात यह है कि करीब 20 साल पहले ही यह मामला आया था और संविधान में संशोधन के बाद भी तत्कालीन यूपीए-1 सरकार इससे पीछे हट गई थी। इस सरकार का नेतृत्व कांग्रेस की ओर से ही किया जा रहा था। यूपीए सरकार के दौर में ही संविधान में 93वां संशोधन हुआ था, जिसमें आर्टिकल 15(5) लाया गया था।
तेलंगाना विधानसभा में पिछड़ी जातियों को 42 फीसदी तक आरक्षण देने के प्रावधान वाला विधेयक पास हो गया है। विपक्षी दलों बीआरएस और बीजेपी ने भी इस विधेयक का समर्तन किया है।
राज्य के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आज इसका ऐलान किया। इसके साथ ही राज्य में अब आरक्षण की कुल सीमा बढ़कर 62 फीसदी हो जाएगी, जो सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय 50 फीसदी की सीमा से ज्यादा है।
Karnataka Muslim Reservation: कर्नाटक विधानसभा चुनावों से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मार्च 2023 में OBC के 3A और 3B श्रेणियों को समाप्त करने का प्रस्ताव रखा।