पहलगाम हमले के बाद एक्शन में सरकार, पश्चिमी यूपी से पाकिस्तानी नागरिकों की रवानगी शुरू
पहलगाम आंतकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान पर शिकंजा कस दिया है। बुधवार को दिल्ली में हुए फैसले के बाद पाकिस्तान से शार्ट टर्म वीजा पर वेस्ट यूपी में आए पाक नागरिकों की वापसी शुरू हो गई है।

कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों की हत्या किए के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान पर शिकंजा कस दिया है। बुधवार को दिल्ली में हुए फैसले के बाद पाकिस्तान से शार्ट टर्म वीजा पर वेस्ट यूपी में आए पाक नागरिकों की वापसी शुरू हो गई है। गुरुवार को सहारनपुर से दस लोगों को वापसी के लिए दिल्ली भेज दिया गया। बुलंदशहर से चार पाकिस्तानी महिलाओं को अटारी बॉर्डर के लिए रवाना कर दिया गया।
मेरठ और बिजनौर से एक-एक पाकिस्तानी नागरिक को डिपोर्ट कर दिल्ली भेज दिया गया है। शार्ट टर्म वीजा पर बुलंदशहर आई एक अन्य महिला को वापस भेजने के लिए कार्रवाई चल रही है, एक दो दिन में उसे भी वापस भेज दिया जाएगा। सहारनपुर से दो, मेरठ और बिजनौश्र से एक-एक पाकिस्तानी नागरिकों को एक-दो दिन में वापस भेज दिया जाएगा, इनकी अभी कागजी कार्रवाई चल रही है। लॉन्ग टर्म वीजा पर वेस्ट यूपी में रह रहे अन्य लोगों के बारे में शासन को अवगत करा कर अगले निर्देश मांगे गए हैं।
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा हमला कर कई पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया गया, जबकि कई पर्यटक गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद 23 अप्रैल को केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि को स्थगित करते हुए वीजा पर रोक लगा दी। पहले से आए लोगों को तत्काल देश छोड़ने का आदेश भी दिया गया।
केंद्र सरकार के निर्णय के बाद वेस्ट यूपी में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों का डाटा तैयार कर इन्हें वापस भेजने की कार्रवाई शुरू कराई गई। सहारनपुर में 12 पाकिस्तानी विजिटर वीजा पर आए हुए थे, जबकि बुलंदशहर में पांच महिलाएं और मेरठ और बिजनौर में दो-दो लोगों की शिनाखत हुई। इसके बाद इन सभी को जल्द से जल्द वापस पाकिस्तान भेजने की कार्रवाई हुई हुई। पहले दिन 16 लोगों को वापस जाने के लिए जिले से रवाना कर दिया गया जबकि बचे हुए लोगों की वापसी एक-दो दिन में कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पारिवारिक आयोजन में महिलाएं आई थीं बुलंदशहर
दो दिन पूर्व गांव चंदियाना में आई मां-बेटी समेत चार पाकिस्तानी महिलाएं वापस जाने के लिए अटारी बॉर्डर रवाना हो गई हैं। बुगरासी के गांव चंदियाना में पूर्व प्रधान पति शाद खां की बहन खालदा खानम और भांजी सबाहत खानम दो दिन पहले ही पाकिस्तान से आई थीं। शाद खां ने बताया कि 45 दिन के वीज़ा पर आई बहन और भांजी को परिवारिक प्रोग्राम में भी शामिल होना था लेकिन सरकार के फैसले के बाद उनके अरमानों पर पानी फिर गया। शाद खां अपनी बहन और भांजी को एलआईयू ऑफिस में आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद पूर्व प्रधान उनको विदा करने के लिए अटारी बॉर्डर रवाना हो गए हैं। स्याना क्षेत्र से ही दो अन्य पाकिस्तानी महिला नागरिकों के वापस जाने के लिए अटारी बॉर्डर जाने की जानकारी मिली है। जबकि एक महिला खुर्जा क्षेत्र में अपने मायके में रुकी हुई है। विजिटर वीजा पर बुलंदशहर जिले में आने वाली पाकिस्तानी महिलाओं में खानम खालिदा, खान सबादत, नसाबा, मरियम महमूद और रूबेदा इरशाद शामिल हैं।
छह साल बाद आई थी, अब लौटना पड़ेगा
बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र में अपने मायके आई नसाबा ने बताया कि करीब तीन दशक पहले उनका निकाह पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। इसके बाद से उनका भारत आना-जाना लगा रहता है। कुछ साल पहले हर साल पाकिस्तान से भारत आना होता था लेकिन इस बार छह साल बाद वीजा मिलने पर यहां आना हुआ। अब जल्दी ही वापस जाना पड़ रहा है।
लॉग टर्म वीजा पर 18 पाक नागरिक
बुलंदशहर में लॉग टर्म वीजा पर 18 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं। इनमें से अधिकांश महिलाएं हैं, जिनको यहां कई दशक बीत चुके हैं। यह महिलाएं पाकिस्तान से बुलंदशहर में रहने वाले अपने रिश्तेदारों अथवा परिचितों से शादी करने के बाद लॉग टर्म वीजा पर रह रही हैं। कई महिलाओं की उम्र 50 को पार कर चुकी हैं, किंतु उन्हें भारतीय नागरिकता नहीं मिल सकी है। एक निर्धारित अवधि के बाद लॉग टर्म वीजा को रिन्यू कराना पड़ता है। बागपत में पाकिस्तानी मूल की केवल एक महिला रह रही है। वह अपनी मां के साथ 11 वर्ष की उम्र में ही बागपत आ गई थी। बागपत में ही उसकी शादी हो गई थी। 1973 से ही वह लॉन्ग टर्म वीजा पर बागपत में रह रही है। अब महिला की उम्र 65 वर्ष से अधिक हो चुकी है। उसके पति व पुत्र की भी मौत हो चुकी है।
विभागीय अफसरों का कहना है कि उच्चाधिकारियों को महिला के संबंध में अवगत करा दिया गया है। बिजनौर जिले में 20 लोग लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे हैं। इनमें दो मासूम बच्चियां अपनी भारतीय मां के साथ रह रही हैं, इनके एलटीवी के लिए आवेदन अभी प्रक्रिया में है। हापुड़ में में कुल छह लोग लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे हैं इनके बारे में मंत्रालय को अवगत करा दिया गया है।