अम्बेडकरनगर-10 वर्ष से अधिक समय से एक ही जिले में सेवा दे रहे 14 चिकित्सक
Ambedkar-nagar News - अम्बेडकरनगर में 14 चिकित्सक एक दशक से अधिक समय से जिले में कार्यरत हैं, जो नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। ये चिकित्सक सरकारी अस्पतालों में महत्वपूर्ण पदों पर हैं, जिससे स्वास्थ्य योजनाओं का संचालन...

अम्बेडकरनगर, संवाददाता। नियमों को ताक पर रखकर 14 चिकित्सक ऐसे हैं, जो जिले के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में एक दशक से अधिक समय से जमे हुए हैं। इनमें कुछ तो ऐसे हैं, जो महत्वपूर्ण पद पर लंबे समय से काम कर रहे हैं। इसके चलते स्वास्थ्य योजनाओं का न तो बेहतर तरीके से संचालन हो पा रहा और न ही मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा ही मिल रही है। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए लगातार ठोस कदम उठाए जाने के दावे तो बढ़ चढ़कर किए जा रहे हैं, लेकिन नियमों का पालन कराने की सुध जिम्मेदारों को नहीं है। नतीजा यह है कि कई सरकारी चिकित्सक मंडल या फिर जिले में लंबे समय से डटे हुए हैं। जबकि नियम तो यह है कि कोई भी सरकारी चिकित्सक मंडल में अधिकतम सात वर्ष जबकि एक ही जिले में अधिकतम तीन वर्ष ही ड्यूटी कर सकता है। हालांकि जिले में इन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में 14 ऐसे चिकित्सक हैं, जो एक दशक से अधिक समय से जिले में जमे हुए हैं। इनमें कुछ जिला मुख्यालय पर, तो कुछ जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों में तैनात हैं। और तो और कुछ ऐसे भी चिकित्सक हैं, जो महत्वपूर्ण पद पर बैठे हुए हैं। मालूम हो कि जिले में 11 सीएचसी, 30 पीएचसी, पांच एमसीएच विंग, पांच अरबन अस्पताल व एक महिला अस्पताल संचालित है। इनमें 79 चिकित्सक तैनात हैं। इनमें से 14 चिकित्सकों में कुछ ऐसे हैं, जो 10 वर्ष से भी अधिक समय से जिले में काम कर रहे हैं। जब शिकायत होती है, तो कार्रवाई के नाम पर महज एक सीएचसी से दूसरी सीएचसी ही स्थानांतरित कर दिया जाता है। और तो और कुछ तो ऐसे हैं, जो सीएमओ कार्यालय में ही लंबे समय से सेवा दे रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य योजनाओं के संचालन पर तो असर पड़ ही रहा साथ ही कई अन्य तरह की समस्याएं बनी रहती है। नागरिकों का कहना है कि लंबी अवधि से जिले में सेवा दे रहे चिकित्सकों व कर्मियों को स्थानान्तिरत करने की जरूरत है। एक ही स्थान पर लंबे समय तक बने रहने से कई तरह की समस्या होती है।
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इन चिकित्सकों पर नहीं पड़ रही शासन की निगाह
श्रेणी तीन के पद पर डॉ दासू राम जिले में 17 वर्ष से, तो वहीं डॉ प्रवीण कुमार बादल 12 वर्ष से जिले में डटे हैं। इनके अलावा श्रेणी दो पर डॉ आशुतोष सिंह 12 वर्ष, डॉ रजनीश सचान 11 वर्ष से, डॉ उदयचंद्र यादव 15 वर्ष से, डॉ विनोद कुमार 10 वर्ष से, डॉ मोहम्मद गौहर अंसारी 11 वर्ष से, श्रेणी एक के डॉ मोहसिना खातून 10 वर्ष से, डॉ मारकंडेय प्रसाद 14 वर्ष से, डॉ वसी अब्बास रिजवी 10 वर्ष से, डॉ किरन कुमार शर्मा 12 वर्ष से, डॉ कमलेश कुमार चौधरी 11 वर्ष से, डॉ अमित कुमार यादव 10 वर्ष से व डॉ गौतम कुमार मिश्र 10 वर्ष से जिले में जमे हुए हैं। इनमें श्रेणी दो के होने के बाद भी श्रेणी तीन पर तैनात होकर डिप्टी सीएमओ की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता अनंतराम वर्मा ने कहा कि लंबे समय से काम कर रहे संबंधित चिकित्सकों पर ऐसा लगता है कि किसी न किसी सफेदपोश व अधिकारियों का हाथ है। ऊंची पहुंच के चलते ही इनका स्थानांतरण दूसरे जनपद या मंडल नहीं हो रहा है। लंबे समय से एक ही स्थान पर डटे होने से स्वास्थ्य सेवा भी प्रभावित हो रही हैं। ऐसे जिम्मेदारों को चाहिए कि नियमों का बेहतर तरीके से पालन कराएं।
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जिले में तीन वर्ष का है मानक
किसी भी चिकित्सक को एक ही जिले में अधिकतम तीन वर्ष व मंडल में सात वर्ष तक ही काम करने के नियम हैं। प्रत्येक वर्ष 20 प्रतिशत चिकित्सकों का स्थानान्तरण नियमानुसार होता है। यह दिखवाया जाएगा कि किन परिस्थितियों में संबंधित चिकित्सक एक ही जिले में लंबे समय से काम कर रहे हैं।
डॉ.अर्जुन प्रसाद भार्गव, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अयोध्या मंडल अयोध्या
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