Kanshiram Housing Colony Faces Security and Water Supply Crisis गर्मी बढ़ने के साथ-साथ गहरा रही पेयजल समस्या, Ambedkar-nagar Hindi News - Hindustan
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गर्मी बढ़ने के साथ-साथ गहरा रही पेयजल समस्या

Ambedkar-nagar News - अकबरपुर के कांशीराम आवास कॉलोनी में 7000 की जनसंख्या के साथ सुरक्षा और पेयजल की समस्याएं गंभीर हैं। बाहरी तत्वों की गतिविधियों से कॉलोनी में डर का माहौल है। हैंडपंप खराब होने से पेयजल संकट बढ़ रहा है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, अंबेडकर नगरThu, 24 April 2025 05:40 PM
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गर्मी बढ़ने के साथ-साथ गहरा रही पेयजल समस्या

अंबेडकरनगर। अकबरपुर टांडा मार्ग स्थित कांशीराम आवास कॉलोनी जिले की सबसे बड़ी कॉलोनी है। यहां एक हजार से अधिक आवास हैं। लगभग सात हजार आबादी वाली इस कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। सबसे अधिक समस्या एक तरफ जहां सुरक्षा की है, तो वहीं पेयजल व्यवस्था भी पूरी तरह से बेपटरी है। अराजकतत्व आए दिन परिसर में हंगामा खड़ा करते रहते हैं। शिकायतें होती हैं, लेकिन सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। वहीं, परिसर में लगे ज्यादातर हैंडपंप खराब हैं। इससे पेयजल की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के निकट लंबे क्षेत्रफल में बनी कांशीराम कॉलोनी में सबसे बड़ी समस्या सुरक्षा को लेकर है। अक्सर बाहरी लोग वहां पहुंचते हैं और हंगामा खड़ा करते हैं। मारपीट तक की नौबत आ जाती है। लगभग एक वर्ष पहले कॉलोनी स्थित एक आवास में युवक का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था। इसके अलावा भी कई आपराधिक घटनाएं एक वर्ष के अंदर हो चुकी हैं। बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने, अराजकतत्वों पर कार्रवाई किए जाने की मांग समय समय पर कॉलोनी के लोग करते रहते हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। नतीजा यह है कि सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं व युवतियों को भुगतना पड़ता है। जब भी कोई हादसा होता है, तो सुरक्षा के बेहतर व्यवस्था किए जाने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ती है। इसके अलावा बड़ी समस्याओं में पेयजल समस्या भी है। आधा दर्जन से ज्यादा हैंडपंप या तो खराब हैं या फिर गंदा पानी दे रहे हैं। इससे कॉलोनी वासियों को शुद्ध पेयजल के लिए इधर उधर भटकने को मजबूर होना पड़ता है। खराब हैंडपंप को दुरुस्त कराने व नए हैंडपंप की स्थापना किए जाने की मांग समय समय पर की जाती है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। नतीजा यह है कि दिन प्रतिदिन पेयजल समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। सबसे अधिक दिक्कत गर्मी के मौसम में होती है। कॉलोनी की रीता व उर्मिला कहती हैं कि अक्सर अराजकतत्व कॉलोनी में पहुंचकर हंगामा खड़ा करते हैं। रात होने पर घर से बाहर निकलने में डर लगता है। राजाराम व महेंद्र कुमार ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पेयजल समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इसे दूर करने की सुध जिम्मेदारों को नहीं है। यदि ऐसा ही हाल रहा, तो आने वाले दिनों में यह समस्या और भी विकराल रूप ले लेगी।

मूलभूत समस्याओं को दूर करने की नहीं है सुध: मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए समय समय पर कांशीराम आवास के लोग न सिर्फ परिसर, बल्कि कलेक्ट्रेट के निकट धरना प्रदर्शन करते हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। जिम्मेदारों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से शिकायत दर्ज कराई जाती है। समस्याओं के निस्तारण के लिए आश्वासन तो मिलता है, लेकिन इससे आगे प्रक्रिया नहीं बढ़ती है। नतीजा यह है कि समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। इसका खामियाजा ऐसे कॉलोनी वासियों को भुगतना पड़ता है। प्रकाश, आवागमन, पेयजल, साफ सफाई, सुरक्षा जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए कॉलोनी के लोग समय समय पर धरना प्रदर्शन करते रहते हैं।

परेशान कर रहीं बजबजाती नालियों से उठती दुर्गंध:कॉलोनी परिसर में स्थित ज्यादातर नालियां नियमित रूप से साफ सफाई न किए जाने से बजबजा रही हैं। इससे प्रत्येक समय इन नालियों से दुर्गंध उठती रहती है। नालियों का गंदा पानी भी परिसर में जगह जगह फैला हुआ है। नतीजा यह है कि इससे कॉलोनी में रह रहे लोगों को व्यापक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नालियों की साफ सफाई कराने के लिए कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा। नतीजा यह है कि इसका खामियाजा कॉलोनी में रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जिले की सबसे बड़ी कांशीराम आवास कॉलोनी होने के बाद भी स्वच्छता पर तनिक भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जगह जगह नालियां नियमित रूप से साफ सफाई न होने से बजबजा रही हैं। चोक नालियों के चलते गंदा पानी परिसर में जहां तहां आसानी से देखा जा सकता है। बजबजाती नालियों से उठती दुर्गंध से लोगों को व्यापक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक उन लोगों को दिक्कत हो रही है, जिनके आवास नाली के निकट हैं। सफाई कर्मचारी तो यहां तैनात है, लेकिन वह भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बेहतर तरीके से नहीं कर रहा है।

कॉलोनी में नहीं दिखता स्वच्छता अभियान का असर:स्वच्छ भारत मिशन के तहत अकबरपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में समय समय पर स्वच्छता अभियान तो चलता है, लेकिन इसका असर कांशीराम कॉलोनी परिसर में नहीं दिखता है। मौजूदा समय में संचारी रोगों से बचने के लिए विशेष स्वच्छता व दस्तक अभियान तो चल रहा है, लेकिन कॉलोनी परिसर तक नहीं पहुंच सका है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि परिसर में चारों तरफ गंदगी का माहौल है। जगह जगह कूड़ा करकट का ढेर लगा हुआ है। सफाई कर्मचारी मौज कर रहे हैं, जबकि कॉलोनी में रहने वाले लोग गंदगी से परेशान हैं।

शेखपुरा स्थित कांशीराम आवासीय परिसर मौजूदा समय में गंदगी से जूझ रहा है। मुख्य गेट से लेकर अंदर तक जगह जगह गंदगी फैली हुई है। कदम कदम पर कूड़ा करकट का ढेर आसानी से देखा जा सकता है। तीन सफाई कर्मियों की तैनाती संबंधित कॉलोनी परिसर की साफ सफाई के लिए की गई है, लेकिन वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वह्न बेहतर तरीके से नहीं कर रहे हैं। सफाई कर्मियों की लापरवाही की शिकायत समय समय पर जिम्मेदारों से की जाती है, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नतीजा यह है कि कॉलोनी वासियों को खुद ही साफ सफाई करने को मजबूर होना पड़ता है। कूड़ा वाहन भी कई कई दिनों तक परिसर में नहीं आता। इससे जगह जगह कूड़ा करकट का ढेर लगा हुआ है।

बोले जिम्मेदार: नगर पालिका परिषद अकबरपुर के अधिशासी अधिकारी बीना सिंह का इस बारे में कहना है कि कांशीराम कॉलोनी में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। जो शिकायतें मिलती हैं, उसका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाता है। जो समस्या है, उसे दिखवाया जाएगा। इसके बाद उसका समुचित निस्तारण कराया जाएगा।

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