पूर्व पीएम अटल बिहारी के पुरोहित ने कहा, दुनिया को हथियारों नहीं, प्रेम-सद्भाव की जरूरत
सात समुंदर पार वैदिक संस्कृति को पहुंचा रहे पं. विद्या प्रसाद वेद और यज्ञ के प्रचार के लिए 15 देशों की यात्रा कर चुके हैं

दुनिया के ज्यादातर देश हथियारों की होड़ में शामिल हैं। वहीं, भारतीय वेद प्रेम और सद्भाव की शिक्षा देते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई के पुरोहित रहे पण्डित विद्या प्रसाद के अनुसार हमारे वेद विश्व शांति का संदेश देते हैं। आर्य समाज से जुड़े पंडित विद्या प्रसाद मिश्र ने कहा कि वेदों में संपूर्ण विश्व का कल्याण निहित है। भारतीय मनीषा ही विश्व का नेतृत्व कर शांति स्थापित कर सकती है।
एक तरफ अमेठी सियासी वजहों से चर्चा में रहती हैं वहीं दूसरी ओर यहां से निकले तमाम बुद्धिजीवी मनीषियों ने भी अमेठी का नाम रोशन किया है। बाबा पुरुषोत्तम दास से लेकर मलिक मोहम्मद जायसी तक ने साहित्य में और स्वामी परमहंस से लेकर कई बड़े संतो लेखकों ने धर्म और अध्यात्म का प्रचार प्रसार जोर-जोर से किया। वर्तमान में जिले के घाघूघार गांव निवासी पंडित विद्या प्रसाद मिश्र सात समुंदर पार यूरोपीय देशों में वैदिक संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। वे सरकार की ओर से यूरोप, इटली, रोम, प्राग, पेरिस जैसे लगभग 15 देश में भारतीय संस्कृति और वेद का प्रचार प्रसार करने जा चुके हैं। आचार्य विद्या प्रसाद मिश्र का बचपन अमेठी में बीता। यहां वह राजर्षि रणंजय सिंह के संपर्क में आकर के आर्य समाज से जुड़ गए। बचपन में वैदिक रीति रिवाज का जो संस्कार उनमें पड़ा, समय के साथ प्रगाढ़ होता गया। बाद में वे दिल्ली चले गए वर्तमान में वहीं में रहते हैं। बीते दो दशक से वैदिक संस्कृति के प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं। वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र नई दिल्ली में परामर्शदाता भी रहे है। इसके अतिरिक्त मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा उन्हें महर्षि संदीपन वेद संस्था की परियोजना समिति सदस्य नामित किया गया है। दो वर्ष पूर्व बने यूरोपीय देशों में वैदिक संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए भेजा गया था। इस दौरान उन्होंने लगभग पांच देशों की यात्रा की और भारतीय संस्कृति का वहां प्रचार किया। पांच वर्ष पूर्व उन्हें वेद प्रचार के लिए 15 दिवसीय यात्रा पर जर्मनी भेजा गया था। आर्य समाज से जुड़े पंडित विद्या प्रसाद मिश्र ने कहा कि वेदों में संपूर्ण विश्व का कल्याण निहित है। दुनिया को हथियारों से ज्यादा प्रेम और सद्भाव की आवश्यकता है और प्रत्येक भारतीय ग्रंथ यही शिक्षा देते हैं।
अटल के पुरोहित भी रह चुके हैं पंडित विद्या प्रसाद
पंडित विद्या प्रसाद मिश्र पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के पुरोहित भी रह चुके हैं। अटल जी के आवास पर होने वाली है यज्ञादि कार्यक्रमों को संपादित कराया करते थे।
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