मॉकड्रिल आज : अधिकारियों ने परखी तैयारियां
Azamgarh News - आजमगढ़ में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने आपात स्थिति की तैयारी शुरू कर दी है। अधिकारियों ने मॉकड्रिल की योजना बनाई है, जिसमें पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और अग्निशामक शामिल...

आजमगढ़, संवाददाता। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय और प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद मंगलवार दिन अफसर बुधवार को होने वाले मॉकड्रिल की तैयारी में जुटे रहे। एसपी सिटी ने पुलिस लाइन में सायरन बजाकर टेस्ट किया। पुलिस लाइन से मंडलीय अस्पताल तक मॉकड्रिल की तैयारी की रूपरेखा तैयार की गई। हालांकि अफसर अभी मॉकड्रिल के लिए शासन के अधिकारिक आदेश का इंतजार कर रहे हैं। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच जनपद के अधिकारी मॉकड्रिल की तैयारी में लगे हैं।
इसके लिए पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभग और फायर ब्रिगेड तैयारी कर रहा है। अधिकारियों ने तैयारी को लेकर एक दिन पूर्व मंगलवार को बैठक की। युद्ध और आपात की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है। पुलिस लाइन में अधिकारियों ने मॉकड्रिल की तैयारियों को परखा। पुलिस लाइन और शहर में लगाए गए सायरन और पब्लिक एड्रेस सिस्टम को बजवाकर परीक्षण किया। सीओ सिटी गौरव शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटी रही। आपात स्थिति से निपटने के लिए शहर में छह से अधिक अस्थाई कंट्रोल रूम स्थापित करने की योजना है। शहर में पुलिस विभाग का पहले से पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगा हुआ है, जो कोतवाली और पुलिस चौकी से जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही 22 से अधिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे हैं जिसे पुलिस लाइन से कंट्रोल किया जाता है। आपात स्थिति में घायलों को सुरक्षित निकाल कर अस्पताल तक पहुंचाने, उनका उपचार करने, घायलों की जान बचाने की तैयारी के संबंध में मॉकड्रिल की तैयारी की जा रही है। पुलिस विभाग के साथ ही पीएसी, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और राजस्व विभाग भी तैयारी में लगा रहा। बुधवार को होने वाली मॉकड्रिल का मकसद है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच हमले की स्थिति में आम लोगों की सुरक्षा की जा सके। जिले में नहीं है सिविल डिफेंस कमेटी आजमगढ़। जिले में सिविल डिफेंस कमेटी नहीं है। जरूरत पड़ने पर कोर कमेटी जिम्मेदारी निभाती है। सिविल डिफेंस कमेटी बड़े महानगरों में बनाई गई है। जनपद में राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग और स्वास्थ्य विभाग की कोर कमेटी है जो जरूरत पड़ने पर काम करती है। इसके साथ ही एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड और स्वयं स्वयंसेवक संस्थानों से मदद ली जाती है। एडीएम प्रशासन राहुल विश्वकर्मा ने बताया कि आपात स्थिति से निपटने के लिए लिए लेखपाल, कानूनगो, आशा और एनजीओ को लगाया जाता है। इसके साथ ही एनसीसी कैडेट, स्काउट गाइड से मदद ली जाती है। एनडीआरएफ की टीम भी लोगों की मदद करती है। जनपद में आपदा से निपटने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिससे की जरूरत पड़ने पर लोगों की जान बचाई जा सके। राजस्व कर्मी, आशा, एनएम आदि को ट्रेनिंग दी जाती है। एडीएम प्रशासन ने बताया कि जनपद में मॉकड्रिल के लिए शासन से कोई निर्देश नहीं आया है। शासन से निर्देश मिलने पर मॉकड्रिल कराई जाएगी।
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