पड़ताल: ईपीई पर रात के अंधेरे में हो रही पशुओं की तस्करी
Bagpat News - - हरियाणा और राजस्थान की गाड़ियों से हो रही पशुओं की तस्करीपड़ताल: ईपीई पर रात के अंधेरे में हो रही पशुओं की तस्करीपड़ताल: ईपीई पर रात के अंधेरे में

देश का सबसे हाईटेक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पशु तस्करों के लिए मुफिद बना हुआ है। रात का अंधेरा शुरू होते ही पशु लदे उनके वाहन एक्सप्रेस वे पर फर्राटा भरने लगते है। किसी की नजर उनके वाहनों में लदे पशुओं पर न पड़े, इसलिए वे कैंटर को पूरी तरह से फट्टों के जरिए ढक रहे है। गुरुवार की रात हिन्दुस्तान की टीम ने ईपीई पर पड़ताल की, तो एक घंटे के भीतर ही एक्सप्रेस वे से पशु लदे 10 से अधिक वाहन गुजरे। उनके वाहनों की स्पीड़ 80 से ऊपर की थी। ऐसे में पुलिस कर्मियों की हिम्मत उन्हें रोकने की नहीं थी।
मवीकलां टोल के पास पुलिस की डायल-112 की गाड़ी खड़ी मिली। उसमें सवार पुलिस कर्मी आराम फरमा रहे थे। यही हाल बड़ागांव के पास खड़ी डायल-112 का था। ऐसे में स्वत: ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पशु तस्करी को रोकने के लिए पुलिस कितनी अलर्ट है। -------- पुलिस कर्मियों पर पैसे लेने का आरोप- पशु तस्करी के इस धंधे में कहीं न कहीं पुलिस भी संलिप्त नजर आ रही है। लोगों का कहना है कि एक्सप्रेस वे पर पुलिस की डायल-112 की तीन गाड़ियां तैनात है। उन पर तैनात पुलिस कर्मी पशु लदे वाहनों से 400 से 500 रुपये प्रति गाड़ी ले रहे है। यहीं वजह है कि पुलिस पशु लदे वाहनों को नहीं पकड़ रही है। ------- कई अन्य जिलों में पहुंचाए जा रहे पशु बागपत के साथ ही गाजियाबाद, बलुंदशहर, हापुड और अलीगढ़ में पशु तस्करों का गिरोह सक्रिय बना हुआ है। गिरोह के लोग हरियाणा और राजस्थान से पशु खरीदकर लाते है। फिर उनका अपने-अपने ठिकानों पर कटान कराते है। इसके बाद मीट को बाजार में सप्लाई करते है। पुलिस उनके वाहनों को न पकड़ सके, इसलिए वे हरियाणा और राजस्थान से ही कैंटर बुक करते है। ------- कोट- ईपीई पर वाहनों की तस्करी हो रही है, इसकी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा हो रहा है, तो गलत है। तस्करी को पूर्ण रूप से बंद कराया जाएगा। यदि किसी पुलिस कर्मी की पशु तस्करों से मिलीभगत मिलती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हरीश भदौरिया, सीओ बागपत
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