Mock Drill Conducted in Ballia Fire Safety and Disaster Management Training आग को फैलने से रोका, घायल को एम्बुलेंस तक पहुंचाया, Balia Hindi News - Hindustan
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आग को फैलने से रोका, घायल को एम्बुलेंस तक पहुंचाया

Balia News - बलिया में बुधवार को पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में मॉकड्रिल आयोजित की गई। इसमें आग से बचाव और आपदा प्रबंधन के तरीकों का प्रदर्शन किया गया। अग्निशामक, एसडीआरएफ और एनसीसी कैडटों ने नागरिकों को बचाने के...

Newswrap हिन्दुस्तान, बलियाWed, 7 May 2025 11:34 PM
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आग को फैलने से रोका, घायल को एम्बुलेंस तक पहुंचाया

बलिया, संवाददाता। पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में बुधवार की शाम को अचानक आग लग गयी। पलक झपकते ही फायर ब्रिगेड के जवानों ने उस पर काबू पा लिया। पास में मौजूद संसाधनों से तैयार स्ट्रेचर पर लादकर घायल को तत्काल एम्बुलेंस तक भी पहुंचाया गया। यह सबकुछ हुआ मॉकड्रिल के दौरान। भारत-पाक सीमा पर तनाव और देश में उपजे हालात के बीच पुलिस लाइन के मैदान में मॉक ड्रिल किया गया। इसमें किसी भी तरह के आपदा आदि से बचाव के तौर-तरीकों के बारे में बताया गया। यह भरोसा भी मिला कि किसी भी हालात से निपटने के लिए हमारी पुलिस, प्रशासन और देश का एक-एक नागरिक तैयार है।

पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में करीब चार बजे मॉकड्रिल शुरू हुई। सबसे पहले अग्निशमन विभाग के जवानों ने आग से बचाव के बारे में जानकारी दी। रसोई गैस सिलेंडर में लगी आग तथा सामान्य आग पर काबू पाने के गुर बताए। गैस सिलेंडर की आग को केमिकल तथा सामान्य आग को फायर टेंडर से नियंत्रित करने के तरीके सीखाए। स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) ने बचाव के तरीकों का प्रदर्शन किया। किसी भी तरह की आपदा के दौरान लोगों की जान बचाने और उन्हें सुरक्षित जगह तक पहुंचाने के तरीके बताए। सबसे पहले घायल महिलाओं व बच्चों को सुरक्षित पहुंचाने की बात हुई। घायलों का प्राथमिक इलाज मसलन मरहम-पट्टी, सीपीआर देना, पल्स चेक करने के बाद स्ट्रेचर से एम्बुलेंस तक तथा फिर अस्पताल पहुंचाने के टिप्स भी दिए। एनसीसी कैडटों ने किसी भी प्रकार के हमला तथा आपदा के दौरान खुद को बचाने के बारे में जानकारी दी। हवाई हमला के दौरान आंख-कान को हाथ से बंदकर पेट के बल जमीन पर लेटकर दिखाया। बगैर स्ट्रेचर के घायलों को एम्बुलेंस अथवा सुरक्षित जगहों तक पहुंचाने का उदाहरण भी प्रस्तुत किया। स्काउट-गाइड के कैडटों ने वैकल्पिक साधनों से स्ट्रेचर बनाने, घायल का प्राथमिक इलाज कराते हुए उसे एम्बुलेंस व अस्पताल तक पहुंचाने आदि के बारे में जागरुक किया। इस मौके पर डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी ओमवीर सिंह, सीआरओ त्रिभुवन, एएसपी (उत्तरी) अनिल कुमार झा, एएसपी (दक्षिणी) कृपा शंकर, सीएमओ डॉ. संजीव वर्मन, बीएसए मनीष कुमार सिंह, एनसीसी के कमान अधिकारी कर्नल आरएस पुनिया, सीओ सदर मो. उस्मान, आरआई सुभाष चंद यादव आदि थे।

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