बोले बलरामपुर-क्षतिग्रस्त सड़कें, टूटी नालियां व गंदगी का ढेर बनी मोहल्ले की पहचान
Balrampur News - पचपेड़वा के बड़ा चौक मोहल्ला में टूटी सड़कें, बजबजाती नालियां और गंदा पानी बहने से लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। दलित बस्ती में बिजली और साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं है। वार्ड वासियों ने कई बार समस्याओं को...

पचपेडवा, संवाददाता। नगर पंचायत पचपेड़वा के बड़ा चौक मोहल्ला में टूटी सड़कें, बजबजाती नालियां व सड़कों पर बह रहा गंदा पानी यहां की पहचान बन गई है। इस दलित बस्ती में जगह-जगह लगे कूड़े का ढेर के चलते यहां के लोग नारकीय जीवन जीने को विवश है। सभासद के प्रस्ताव के बावजूद इस यहां विकास कार्य नहीं कराए गए। यहां के दलित बस्ती में लोगों को आज तक बिजली की रोशनी नसीब नहीं हो सकी। बस्ती में सफाई व जल निकासी न होने के कारण नालियां बजबजा रही हैं। नालियों से उठने वाले दुर्गंध के चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है। मोहल्ला वासियों ने दर्जनों बार समस्या दूर कराने की मांग की लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
पचपेड़वा के बड़ा चौक मोहल्ला में समस्याओं का अंबार है। नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था न होने के कारण यहां की नालियां बजबजा रही है। सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है। दलित बस्ती में तो जैसे विकास की किरण ही नहीं पहुंची। सड़कों के नाम पर यहां जगह-जगह गड्ढे हैं। नालिया मलबों से पटी होने के कारण गंदे पानी से लबालब भरी हैं। इससे उठने वाली दुर्गंध के चलते लोगों में संक्रामक बीमारियों के फैलने का भय सता रहा है। दलित बस्ती में बना प्राथमिक विद्यालय मलिन बस्ती अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। विद्यालय खंडहर में तब्दील हो चुका है। मोहल्ले मुस्लिम बस्ती की गली-गली में जल निगम द्वारा वाटर सप्लाई की पाइप डालने के लिए सड़कें खोद दी गई हैं। जिसके चलते नालियां भी छतिग्रस्त हो गई हैं। सड़कों पर बह रहे गंदे पानी के चलते लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। यहां के दलित बस्ती में लोगों को आज तक बिजली की रोशनी नसीब नहीं हो सकी। बस्ती में सफाई व जल निकासी न होने के कारण नालियां बजबजा रही हैं। नालियों से उठने वाले दुर्गंध के चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है। श्मशान घाट पर लगा हाई मास्ट वर्षों से खराब पड़ा है। वार्ड वासियों ने इस समस्या को लेकर कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। यही नहीं श्मशान घाट मार्ग पर कराया गया इंटरलॉकिंग महज छह महीने में ही टूटकर बिखरने लगा।
ऊबड़-खाबड़ गलियों में राह चलना दूभर
मारवाड़ी मोहल्ला में नियमित सफाई न होने से जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है। सफाई कर्मी बेलगाम हैं। लोगों का कहना है कि यहां पर कई-कई सप्ताह तक सफाई न होने फैले कूड़े से दुर्गंध उठ रही है। लोगों का सांस लेना दुस्वार हो गया है। वहीं मोहल्ले की सकरी व ऊबड़-खाबड़ गलियों में लोगों का राह चलना दूभर है। आपात स्थिति में लोगों के घरों तक एंबुलेंस नहीं पहुंच सकती है। वार्ड में बजबजाती एवं ओवरफ्लो नालियां वार्ड वासियों के लिए एक बड़ी समस्या है। सड़कों पर ही कूड़ा कचरा बिखरा रहता है। वार्ड में इंडिया मार्का नलों की संख्या बेहद कम है। वार्ड में लगे इंडिया मार्क हैंडपंप खराब पड़े है। रात के समय गलियों में अंधेरा होने के चलते लोगों को आवागमन में परेशानियां उठानी पड़ती हैं। नालियों की सफाई न होने से जल निकासी की समस्या मोहल्ला वासी झेल रहे हैं। वार्ड की नालियां बिना कवर के खुली हुई हैं जिससे दिनभर नालियों से दुर्गंध उठती रहती है। नालियां पटी होने के चलते जल निकासी बाधित हो है। नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बहता रहता है।
हैंडपंप व वाटर आरो कूलर की नहीं है व्यवस्था
मोहल्ले में शुद्ध पेयजल के लिए हैंडपंप एवं वाटर आरो कूलर की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। जिस कारण लोगों को शुद्ध पेयजल की समस्या से जूझना पड़ता है। अधिकतर लोगों को डिब्बा पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। वार्ड में पर्याप्त पेयजल के लिए कई स्थानों पर नगर पालिका की ओर से वाटर आरओ की व्यवस्था करानी चाहिए। वहीं सफाई कर्मियों की लापरवाही के चलते वार्ड की सफाई व्यवस्था ध्वस्त है। सफाई कर्मी अपने काम को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। कई-कई दिनों तक कूड़ा उठान न होने से छुट्टा मवेशी उसे बिखेर देते हैं। सड़कों पर फैली गंदगी के चलते लोगों का राह चलना दूभर हो गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।