एक फीडर के सहारे की जा रही मोहल्लों की बिजली आपूर्ति
Balrampur News - बलरामपुर के आधा दर्जन मोहल्लों में लोग बिजली की बार-बार कटौती से परेशान हैं। स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की स्थिति गंभीर है। अघोषित कटौतियों और लो वोल्टेज की...

विडंबना नगर क्षेत्र के आधा दर्जन मोहल्लों में बिजली की आवाजाही से परेशान हैं लोग, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
निर्धारित रोस्टर के अनुरूप गांवों में नहीं मिल पा रही बिजली, ग्रामीण क्षेत्रों का हाल बेहाल
बलरामपुर, संवाददाता।
नगर क्षेत्र के आधा दर्जन मोहल्ले ऐसे हैं जहां बिजली की आवाजाही से लोग परेशान हैं। कभी लोकल फाल्ट तो कभी ऊपर से कटौती के नाम पर शहर की बिजली गुल कर दी जाती है। मोहल्लों की बिजली तीन के बजाय एक फीडर से की जा रही है। दो फीडर पिछले एक साल से बंद पड़े हैं। मंगलवार को देर रात बिजली कटी तो लोग गर्मी से बिलबिला उठे। बढ़ती गर्मी में अघोषित बिजली कटौती लोगों पर भारी पड़ रही है। दो बंद पड़े फीडरों को दुरुस्त किए जाने का अभी कोई सार्थक प्रयास होता नहीं दिख रहा। जिसके कारण अत्यधिक लोड पड़ते ही बिजली कट जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों का हाल बेहाल है। निर्धारित रोस्टर के अनुरूप गांवों में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो पा रही है।
जिले में 132केवी उपकेन्द्र बलरामपुर, इटईमैदा व तुलसीपुर शीतलापुर के नाम से तीन बिजली घर हैं। इन्हें 220 केवी विद्युत उपकेन्द्र घूघुलपुर से बिजली की आपूर्ति होती है। 33/11 केवी के 22 बिजली घर हैं। रेहरा बाजार व गैंड़ास बुजुर्ग को मनकापुर बिजली घर से आपूर्ति प्राप्त होती है। 22 बिजली घरों में 11 केवीए के कुल 75 फीडरों के सहारे जिले की बिजली आपूर्ति होती है। मुख्यालय पर बलरामपुर टाउन, भगवतीगंज व पूरबटोला में 11केवीए के बिजली घर हैं। पूरब टोला में तुलसीपुर मार्ग स्थित पेट्रोल पंप व रामलीला फीडर हैं। जिसमें भंडारखाना व रामलीला फीडर पिछले एक साल से बंद हैं। खलवा, पूरबटोला, भंडारखाना, मेवालाल तालाब, तुलसीपुर रोड, डिग्री कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज, सिटी पैलेस, टेढ़ी बाजार, मेजर चौराहा व चूड़ी मंडी तक बिजली आपूर्ति तुलसीपुर फीडर से की जा रही है। दो फीडर खराबा होने के कारण सारा लोड तुलसीपुर रोड फीडर पर पड़ता है। अत्यधिक लोड पड़ने पर लाइट ट्रिप कर जाती है। खराबी कहां से आई उसे ढूंढने में लगभग आधा घंटे का समय लगता है। यदि पांच बार लाइन ट्रिप करती है तो उसे दुरुस्त करने में ढाई घंटा निकल जाता है। बुधवार को शाम चार बजे तक तीन बार लाइन ट्रिप कर चुकी थी।
दर्जन भर गांवों में लो वोल्टेज की समस्या
शिवपुरा क्षेत्र के लगभग दो दर्जन गांव में लो वोल्टेज की समस्या पिछले एक साल से बनी हुई है। बुधवार को लगभग पांच घंटे तक लाइट कटी रही। महराजगंज तराई क्षेत्र में भी तीन घंटे लाइट नहीं थी। गैसड़ी क्षेत्र में चार, तुलसीपुर में पांच व पचपेड़वा में चार घंटे तक बिजली गुल रही। सादुल्लाहनगर में पांच, रेहरा बाजार में चार, गौरा चौराहा क्षेत्र में पांच घंटे तक बिजली नहीं आई थी। लोगों का कहना है कि लोकल फाल्ट के नाम पर काटे जाने वाली बिजली का कोई हिसाब नहीं होता। बिजली विभाग उसे अपने रजिस्टर पर नहीं दर्ज करता। केवल शटडाउन का ही हिसाब किताब रखा जाता है। सूचनाएं शासन से छिपाई जाती हैं।
अघोषित बिजली कटौती से बढ़ता जा रहा लोगों का आक्रोश
अघोषित बिजली कटौती को लेकर लोगों को आक्रोश बढ़ता जा रहा है। महेश कुमार, लालजी, शैलेश, चन्द्र प्रकाश, मुन्ना सिंह, डीपी मिश्रा आदि का कहना है कि शहर की बिजली व्यवस्था ध्वस्त है। जिसे दुरुस्त कराने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। अघोषित कटौती के नाम पर शहर वासी परेशान होते है, लेकिन उनकी शिकायत कोई सुनने वाला नहीं है। शहरवासियों ने बताया कि इस बार गर्मी अधिक पड़ रही है। बिजली कटौती का खेल ऐसे ही चलता रहा तो लोगों को आक्रोश एक दिन आंदोलन का रूप ले सकता है।
कोट
भंडारखाना बिजली घर से जुड़े दो फीडर बंद पड़े हैं। उन्हें दुरुस्त कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। बिजली खराबी की सूचना मिलते ही उसे दुरुस्त करा लिया जाता है।
अतुल कुमार, प्रभारी अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड बलरामपुर
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