Tragic Death of ASHA Worker After Injection by Quack in Village झोलाछाप के इलाज से बहरोली की आशा की मौत, Bareily Hindi News - Hindustan
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झोलाछाप के इलाज से बहरोली की आशा की मौत

Bareily News - गांव में झोलाछाप द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद 45 वर्षीय सुनीता देवी की तबियत बिगड़ गई। उन्हें सीएचसी ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। परिजनों ने झोलाछाप पर लापरवाही का आरोप लगाया है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, बरेलीSun, 25 May 2025 05:27 AM
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झोलाछाप के इलाज से बहरोली की आशा की मौत

तबियत खराब होने पर गांव में झोलाछाप ने आशा को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाने के बाद आशा की हालत बिगड़ गई। आनन-फानन परिजन उनको सीएचसी लेकर गए, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही आशा की मौत हो गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज दिया। बहरोली निवासी 45 वर्षीय सुनीता देवी पत्नी श्यामवीर स्वास्थ्य विभाग में आशा थीं। शुक्रवार को उनकी तबियत खराब होने पर गांव में झोलाछाप की दुकान पर पहुंचीं। परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप ने सुनीता को दवा देकर इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई।

सीएचसी ले जाने पर उनको गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बरेली ले जाते समय रास्ते में सुनीता देवी की मौत हो गई। परिजनों ने झोलाछाप पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। मायके वालों की सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज दिया। पति श्यामवीर ने बताया कि पत्नी दोपहर में झोलाछाप के पास गई। इंजेक्शन लगाने के बाद उल्टियां शुरू हो गईं। एक हाथ में नीलेपन के लक्षण दिखाई देने लगे। इंजेक्शन के रिएक्शन से कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। आशा के दो पुत्र और एक पुत्री हैं। सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनय कुमार पाल ने बताया कि आशा के शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। परिजनों की शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी। गत दिनों क्षेत्र के गांव की युवती की झोलाछाप के इलाज से मौत हो गई थी। सीएचसी की टीम ने अगले दिन झोलाछाप की दुकान सील कर दी थी। सीएचसी अधीक्षक ने शाहजी अल्शिफा हॉस्पिटल किया सील बहेड़ी। देवीपुरा निवासी किशन लाल की पुत्री शांति की की तबियत बिगड़ने पर परिजन एक हॉस्पिटल में लाए थे। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। परिजनों ने गलत इलाज से मौत हो जाने का मुकदमा दर्ज कराया था, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद अस्पताल के संचालक तसलीम अहमद उर्फ भूरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। संचालक के जेल जाने के बाद अब चिकित्साधीक्षक डॉ. अमित कुमार ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में अस्पताल सील कर दिया। चिकित्साधीक्षक ने कहा कि यदि सील हॉस्पिटल में किसी प्रकार की गतिविधियां पाई गईं तो सख्त कदम उठाया जाएगा।

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