ताकि कोरोना से सलामत रहे बस्ती जेल, 31 मार्च तक नहीं होगी बंदियों की मुलाकात:VIDEO
कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण से बचाव के जिला कारागार में डीएम आशुतोष निरंजन के आदेश पर कैदियों से मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई है। यह व्यवस्था 21 मार्च से 31 मार्च तक प्रभावी रहेगी। जेल अधीक्षक...

कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण से बचाव के जिला कारागार में डीएम आशुतोष निरंजन के आदेश पर कैदियों से मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई है। यह व्यवस्था 21 मार्च से 31 मार्च तक प्रभावी रहेगी। जेल अधीक्षक संतलाल ने बताया कि जेल के अस्पताल परिसर में स्थित एक कक्ष में दस बेड का आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है। मेडिकल स्टॉफ भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
जेल से पेशी पर अदालत जाने वाले बंदियों पर भी इन दिनों न्यायिक अधिकारियों के आदेश पर रोक लग गई है। 16 मार्च से संतकबीरनगर जनपद न्यायालय में पेशी पर बंदी नहीं भेजे जा रहे हैं। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए पेशी की व्यवस्था बनी है। शुक्रवार से जिला न्यायालय बस्ती में भी बंदियों की पेशी अदालत में न कराकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कराई जा रही है।
उन्होंने बताया कि जेल में बंदियों से मुलाकात के लिए औसतन तीन सौ लोग एक दिन में आते हैं।
रविवार को इनकी संख्या लगभग 600 तक पहुंच जाती है। पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच दो शिफ्ट में मुलाकाती की व्यवस्था है। मुलाकात कक्ष में सभी लोग एक जगह एकत्रित होते हैं। इस तरह से लोगों के एकत्रित न होने के लिए जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
उन्होंने बताया कि पर्याप्त संख्या में मास्क व सेनेटाइजर की उपलब्धता है। 60 साल से अधिक उम्र के पुरूष कैदी, 50 साल से अधिक उम्र की महिला कैदी और महिला कैदियों संग रह रहे 11 बच्चों को मास्क लगाने के लिए उपलब्ध कराया गया है। जेल के सभी स्टॉफ भी पूरी तरह अलर्ट हैं। बता दें जेल की क्षमता 480 कैदियों की हैं, जबकि यह वर्तमान में करीब 1150 सौ बंदी निरूद्ध हैं। इसे देखते हुए भी जेल प्रशासन हर मुमकीन सतर्कता बरत रहा है।
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