कृषि सखियों को दी गई प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण
Bhadoni News - ज्ञानपुर में कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां ने चार दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया, जिसमें बीस कृषि सखियों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया। यह कार्यक्रम महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने...

ज्ञानपुर, संवाददाता। भारतीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान मऊ के निर्देश पर कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां में चार दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। इसमें कुल बीस कृषि सखियों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया। कृषि जगत में बेहतर काम करने वाली महिला किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के हेड एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. विश्वेंदु द्विवेदी ने बताया कि कृषि में महिलाओं की भूमिका सबसे अधिक होती है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कृषि में महिलाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाने के लिए राज्य के हर गांव में कृषि सखी नियुक्त करने का फैसला लिया है।
इस प्रशिक्षण को प्राप्त कर कृषि सखियां गांव के किसानों से संपर्क कर उन्हें प्राकृतिक खेती के बारे में बताएंगी। जिससे अधिकांश लोग प्राकृतिक खेती को अपनाना शुरू करेंगे। उप कृषि निदेशक डा. अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि प्राकृतिक खेती को किसानों के लिए कम लागत वाला और दीर्घकालिक समाधान है। कृषि सखियां जिले को प्राकृतिक खेती में अग्रणी बनाएंगी। गृह विज्ञान विशेषज्ञ डा. रेखा सिंह ने प्राकृतिक खेती से होने वाले उत्पाद की गुणवत्ता पर चर्चा की। बागवानी विशेषज्ञ डा. एके चतुर्वेदी ने जीवांश खाद और मिश्रित खेती से आय बढ़ाने के तरीके बताए। प्रशिक्षण समन्वयक, कृषि प्रसार विशेषज्ञ डा. आरपी चौधरी ने पांच दिवसीय प्राकृतिक खेती के विभिन्न आयामों पर जानकारी दी। पशुपालन विशेषज्ञ योगेश कुमार यादव ने देसी गाय की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए प्राकृतिक खेती में इनके योगदान को रेखांकित किया। मृदा वैज्ञानिक ताराचंद बैरवा ने जीवामृत और घनजीवामृत के बारे में बताया। फसल सुरक्षा विशेषज्ञ किरण कुमार ने कीट नियंत्रण के लिए ब्रह्मास्त्र, अग्नास्त्र और नीमास्त्र जैसे जैविक उपायों की जानकारी दी। इस मौके पर डा. पीपी सिंह, सर्वेश बरनवाल, डीपी सिंह, अमित सिंह आदि उपस्थित थे।
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