Youth Engagement and Empowerment Challenges Faced by Youth Mangaldals in Rural Areas बोले बिजनौर : मानदेय न कोई बजट, कैसे करें काम, Bijnor Hindi News - Hindustan
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बोले बिजनौर : मानदेय न कोई बजट, कैसे करें काम

Bijnor News - युवक मंगल दल ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करते हैं, लेकिन उन्हें मानदेय और बजट की कमी का सामना करना पड़ता है। इन दलों को सरकारी योजनाओं का प्रचार करने के लिए कोई आर्थिक...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरSat, 3 May 2025 05:51 AM
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बोले बिजनौर : मानदेय न कोई बजट, कैसे करें काम

युवक मंगल दल के कार्य मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र में युवाओं को सामाजिक कार्यों से जोड़कर उन्हें सशक्त बनाना है। यह दल विभिन्न प्रकार के सामाजिक, सांस्कृतिक और खेलकूद संबंधी गतिविधियों में सक्रिय रहता है। जिले में 1123 ग्राम पंचायतों में सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करने के लिए रखे गए युवक मंगल दल उपेक्षाओं का शिकार हैं। इन्हें मानदेय के नाम पर कुछ नहीं मिलता है। सात से आठ साल में एक खेल किट के सहारे ग्राम पंचायत में प्रतिभाओं को चिन्हित कर रहे हैं। न तो मानदेय मिलता है न ही कार्यक्रम कराने के लिए कोई बजट। जिले में कार्य कर रहे युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है।

इंतजार है कि एक दिन आएगा जब सुनवाई होगी और मानदेय के नाम पर 15 हजार से अधिक रुपये मिलेंगे। जिले की 1123 ग्राम पंचायतों में युवक मंगल दल और महिला मंगल दल बने हैं। एक युवक मंगल दल में अधिक से अधिक 9 सदस्य होते हैं। 15-35 साल उम्र के युवक मंगल दल रखे जाते हैं। 1 ग्राम पंचायत में एक युवक मंगल दल और एक महिला मंगल दल काम कर रहे हैं। गांवों में सरकारी योजनाओं को लेकर जागरुकता फैलाने वाले युवक मंगल दल की सबसे बड़ी समस्या मानदेय न मिलना है। इन्हें बिल्कुल भी मानदेय नहीं मिलता है। पिछले कई सालों से मानदेय की दरकार है। अधिकारियों का दरवाजा खटखटाने के बाद भी नि:शुल्क काम करने को मजबूर है। नरेन्द्र कुमार, अंकुर कुमार, सुमित कुमार ने कहा कि कोई मानदेय नहीं मिलता और ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम कराने के लिए कोई बजट नहीं मिलता। अपनी जेब से पैसा लगाना पड़ता है। कहा कि मानदेय निर्धारित होना चाहिए और करीब 15 हजार रुपये महीना मानदेय निर्धारित होना चाहिए। सचिन, अरुण कुमार, हर्ष कुमार आदि ने कहा कि गांवों में जागरुकता कार्यक्रम के लिए कभी भी कोई फंड नहीं मिलता है। मानदेय और बजट न मिलने के लिए काफी युवक मंगल दल सक्रिय भी नहीं है। कहा कि ग्राम पंचायतों में खेल का मैदान के रखरखाव के लिए बजट जारी होना चाहिए और गांवों में जागरुकता कार्यक्रम के लिए भी बजट मिलना चाहिए। ग्राम पंचायतों में हमारी पहचान और सम्मान होना चाहिए। ग्राम पंचायतों में काम कर रहे युवक मंगल दल के लिए विशेष डे्रस होनी चाहिए। युवक मंगल दल के सदस्यों ने कहा कि 2018 में खेल किट मिलनी शुरू हुई थी। जो अभी तक सभी ग्राम पंचायतों को नहीं मिली है। कई साल में एक ग्राम पंचायत के लिए खेल किट का नंबर आ रहा है जबकि हर साल युवक मंगल दलों को खेल किट मिलनी चाहिए। योजना का प्रचार प्रसार करने और दूसरे गांवों में जाने के लिए कोई किराया नहीं मिलता है। सुमित कुमार, ललित आदि ने कहा कि हम ग्राम पंचायतों में पूरी ईमानदारी के साथ काम करते हैं। हमें बैंकों से लोन आसानी से मिलना चाहिए तथा प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास की सुविधा दिलाई जाए। आयुष्मान कार्ड से लेकर मेडिकल सुविधा का लाभ भी दिलाया जाए। गांवों में बनाए जाते हैं युवक मंगल दल उत्तर प्रदेश में युवक एवं महिला मंगल दल राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे संगठन हैं। जिनका उद्देश्य युवाओं और महिलाओं को संगठित करके उनके सर्वांगीण विकास और समाज में उनकी सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देना है। ये दल गांवों, कस्बों और शहरों में बनाए जाते हैं, जहाँ युवक और महिलाएं एक साथ आकर सामाजिक, सांस्कृतिक, शारीरिक और रचनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं। पौधरोपण और रक्तदान जैसे सामाजिक कार्यो में लेते हैं भाग युवक मंगल दल युवाओं के बीच खेल-कूद, नेतृत्व क्षमता, स्वास्थ्य और सामाजिक जागरूकता को बढ़ाते हैं। इनके माध्यम से युवा नशामुक्ति, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और रक्तदान जैसे सामाजिक कार्यों में भाग लेते हैं। वहीं महिला मंगल दल का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, उनके स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलंबन और सामाजिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। युवक मंगल दलों को मिलती है खेल किट सरकार इन दलों को खेल सामग्री, प्रशिक्षण भी प्रदान करती है ताकि वे अपनी गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित कर सकें। इन संगठनों की मदद से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया जाता है। ये दल समाज में एकता, सहयोग और विकास की भावना को मजबूत करते हैं। युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को सामाजिक कार्यों के लिए स्थापित किया है। जिसके सदस्य सामाजिक कार्यों में बिना मानदेय के पूरी भागीदारी रखते है। इनकी समस्याओं से विभागीय अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। उम्मीद है कि समस्याओं का निस्तारण होगा। - आकाश मलिक, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी युवक और महिला मंगल दल न केवल व्यक्तियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह समाज के समग्र विकास और सशक्तिकरण में भी अहम भूमिका निभाते हैं। इनके मानदेय के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जा चुका है। - रजनी, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी, बिजनौर बोले जिम्मेदार युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को कोई मानदेय नहीं मिलता है। सरकारी योजनाओं को लेकर ग्रामीणों को जागरुक करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इनकी समस्याओं से शासन को अवगत कराया जा चुका है। इनके माध्यम से युवा नशामुक्ति, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और रक्तदान जैसे सामाजिक कार्यों में भाग लेते हैं। - सौरभ कुमार सिंह, जिला युवा कल्याण अधिकारी बिजनौर। हमारी भी सुनो युवक मंगल दल और महिला मंगल दल सामाजिक कार्यों के लिए स्थापित किया गया था। जिसके सदस्य सामाजिक कार्यों में बिना मानदेय क पूरी भागीदारी रखते है। - आकाश मलिक युवक और महिला मंगल दल को किसी तरह का कोई मानदेय नहीं दिया जाता है। उनको मानदेय दिया जाना जरूरी है। - विपुल कुमार युवक मंगल दल सामाजिक कार्यों में पूरी सक्रियता दिखाता है। इसके बावजूद उनको कोई मानदेय नहीं दिया जाता है। - नरेन्द्र कुमार युवक मंगल दल युवाओं को विभिन्न सामाजिक मुद्दों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और स्वच्छता के बारे में जागरूक करता है। उनको मानदेय देकर अधिक सक्रिय रखना चाहिए। - अंकुर कुमार युवक मंगल दल युवाओं को खेलों में सक्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वे खेल सामग्री का वितरण करते हैं, लेकिन सरकार की योजना का लाभ नहीं मिलता है। - कृष्णपाल सिंह काम करने के बावजूद युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को किसी तरह का कोई मानदेय नहीं दिया जाता है और न ही कामों के लिए कोई बजट मिलता है। - सुमित कुमार सामाजिक कार्यों में ग्रामीणों की भागीदारी कराने के लिए उन्हें काफी प्रयास करने पड़ते हैं। जिससे उन्हें काफी समय और मेहनत लगती है। - अमित कुमार युवक मंगल दल को सामाजिक कार्यों करने के लिए कोई बजट आदि नहीं दिया जाता है। बजट मिलने पर वह और बेहतर कार्य कर सकते है। - सुमित युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को सरकार को मानदेय देना चाहिए। जिससे वह और बेहतर कार्य कर सके। -ललित गंगवाल युवक मंगल दल गांवों में युवाओं को जोड़ने की मजबूत कड़ी है। जिससे सुविधाए मिले तो गांव से प्रतिभाओं को मौका मिलेगा। -हर्ष कुमार युवक मंगल दल युवाओं को खेलों में सक्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इसलिए उन्हें हर साल खेल किट उपलब्ध कराई जानी आवश्यक है। - सचिन कुमार पांच-सात साल में एक बार खेल किट उपलब्ध कराई जाती है। जो कि हर छह माह में खराब हो जाती है। - अरूण कुमार युवक मंगल दल गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में मदद करते हैं। उन्हें शिक्षा विभाग से किताबें व कापी उपलब्ध कराई जाए - शिवम कुमार युवक मंगल दल के सदस्यों को एसडीआरएफ प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का लाभ सरकारी नौकरियों में दिया जाए। - निशा सामाजिक कार्यों के लिए कोई बजट नहीं दिया जाता है। गांवों में सामाजिक कार्यों कराने में अपनी जेब से युवक मंगल दल के सदस्यों को खर्च करना पड़ता है। - मीनू रानी युवक मंगल दल शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और राष्ट्रीय एकता में योगदान देते है। उनको सामाजिक कार्यों के लिए बजट दिया जाना आवश्यक है। - ज्योति ----- सुझाव ----- 1. सामाजिक कार्यों के लिए युवक मंगल दल को बजट दिया जाना चाहिए। 2. युवक मंगल दल को मानदेय दिया जाना चाहिए। 3. युवक मंगल दल को हर साल खेल किट उपलब्ध कराई जानी चाहिए। 4. युवक मंगल दल को प्रशिक्षण प्रमाण पत्रों का लाभ सरकारी नौकरियों में दिया जाना चाहिए। 5. युवक मंगल दल को यात्रा भत्ता दिया जाना चाहिए। शिकायतें 1. लगातार काम करने के बाद भी कोई मानदेय नहीं दिया जाता है। 2. सामाजिक कार्यों में खर्च होने वाला मानेदय अपने पास से खर्च करना पड़ता है। 3. पांच साल में एक बार दी जाती है खेल किट 4. युवक मंगलदल को कोई यात्रा भत्ता नहीं दिया जाता है। 5. युवक मंगलदल का एक ड्रेस कोट होना चाहिए।

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