रिटायर इंस्पेक्टर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा, जांच में सही पाए गए आरोप
यूपी विजिलेंस ने रिटायर इंस्पेक्टर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज कराया है।जांच में सही आरोप पाए गए। रिटायर इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह पर एफआईआर होने के बाद विवेचना शुरू हो गई।
उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान ने रिटायर इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति का मुकदमा दर्ज किया है। रिटायर इंस्पेक्टर के खिलाफ शासन में शिकायत की गई थी। शिकायत के बाद ऐक्शन शुरू हुआ। इसके बाद शासन ने विजिलेंस को जांच करने का निर्देश दिया। शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने उनकी चल-अचल संपत्तियों की जांच की। विजिलेंस की जांच में आरोप सही पाए गए। इसके वाद रिटायर इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह पर एफआईआर दर्ज कर की गई। विवेचना शुरू कर दी गई है।
आरोप है कि जितेन्द्र प्रताप सिंह को नौकरी से एक करोड़ 68 लाख 47 हजार 924 रुपये आय हुई और इस अवधि में खर्च दो करोड़ 74 लाख 14 हजार 817 रुपये किए। इस तरह से उन्होंने एक करोड़ पांच लाख 66 हजार 893 रुपये ज्यादा खर्च किए। रिटायर इंस्पेक्टर जितेन्द्र प्रताप सिंह मूल रूप से जौनपुर के बादशाहपुर के रहने वाले है। वह लखनऊ में गोमतीनगर के विनीतखंड में रहते हैं। उनके खिलाफ वर्ष 2023 में शासन से शिकायत हुई।
शासन के निर्देश पर विजिलेंस में आय से अधिक सम्पत्ति की शिकायत मामले में ऐक्शन में आई। इसके बाद जितेन्द्र प्रताप सिंह की संपत्तियों की जांच की शुरू की गई। जांच में जितेन्द्र प्रताप सिंह विजिलेंस के अफसरों को संतोष जनक जवाब नहीं दे सके थे। जांच में आरोप सही पाए गए है। इसके बाद इस मामले में एफआईआर विजिलेंस के इंस्पेक्टर जुबैर अहमद ने दर्ज कराई है। इसकी विवेचना शुरू कर दी गई है। विभाग की ओर से उनकी सम्पत्ति का पता लगाया जा रहा है।