सूर्यमुखी की खेती के लिए किसान आए आगे, बांटा गया बीज
Chandauli News - जिले में इस बार 35 एकड़ में कराई जाएगी सूर्यमुखी की खेतीजिले में इस बार 35 एकड़ में कराई जाएगी सूर्यमुखी की खेतीजिले में इस बार 35 एकड़ में कराई जाएगी

धानापुर, हिन्दुस्तान संवाद। जिले में परंपरागत गेहूं, धान और चना सहित अन्य फसलों की खेती के साथ ही यहां के किसान अब इससे हटकर भी खेती करने के लिए आगे आ रहे हैं। मंगलवार को मंगलवार को क्षेत्र के बुद्धपुर, धानापुर, नौघरा सहित विभिन्न गांव के किसानों को सूर्यमुखी बीज का निःशुल्क वितरण किया गया। एफपीओ के निदेशक रमेश सिंह का कहना है कि कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से कुल 70 किलो सूर्यमुखी का बीज निःशुल्क प्राप्त हुआ था। जिसे कुल 40 किसानों में वितरण कराया गया। कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से लगभग 35 एकड़ भूमि पर इस वर्ष सूर्यमुखी की खेती हम अपने किसानों से करा रहें हैं। अगले वर्ष से यह खेती बड़े पैमाने पर करायी जाएगी। उन्होंने सूर्यमुखी के बारे में बताया कि यह मात्र 85 दिन की फसल है। इसे पशु भी नुकसान नहीं करते इससे निकलने वाला तेल बहुत ही लाभकारी है। किसान जागरूक हो जाएगा तो गेहूं और धान के फसल के बीच में इसकी पैदावार कर हार्ट, लीवर, किडनी व स्वास्थ्य के लिए अमृत पैदा करेगा। चना, मटर, सरसो का खेत खाली होने पर सूर्यमुखी की खेती जरुर करें। जब यह खेती ज्यादा क्षेत्रफल में होने लगेगी तो पक्षी भी कम नुकसान करेंगे। पहली बार विकास खण्ड धानापुर के किसानों को किसी योजना का लाभ मिला है। इससे पहले अगर किसी को कुछ लाभ मिला होगा तो सिर्फ कागजों तक सीमित रह गया। कृषि विज्ञान केन्द्र के अध्यक्ष और वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेन्द्र रघुवंशी की देखरेख में एफपीओ के संचालकों कृषि के क्षेत्र में बेहतर कराया जा रहा है। इस दौरान श्रीकृष्ण सिंह, रमेश सिंह, राजवंश सिंह, विवेक सिंह, नगीना यादव, हरेंद्र प्रताप, रामगोपाल, सियाराम यादव, धनन्जय यादव, जगनरायण पाल मौजूद रहे।
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