फसल कटने से पहले गोवंश छोड़ने पर जताई नाराजगी
Chitrakoot News - भाकियू ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर अवगत कराया फसल पूरी तरह कटने से पहले ही गौशालाओं में संरक्षित गोवंशों को छोड़े जाने पर किसानों ने आक्रोश जताया है

चित्रकूट, संवाददाता। गेहूं की फसल पूरी तरह कटने से पहले ही गौशालाओं में संरक्षित गोवंशों को छोड़े जाने पर किसानों ने आक्रोश जताया है। डीएम को इस संबंध में शिकायती पत्र देकर अवगत कराया गया है। बताया कि अभी करीब 30 फीसदी फसल खेत-खलिहानों में है। गौशालाओं से छोड़े गए गोवंश फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है। भाकियू अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष विजेंद्र प्रताप सिंह समेत करीब एक दर्जन किसानों ने डीएम को शिकायती पत्र देकर समस्या से अवगत कराया है। बताया कि अभी गेहूं की पूरी फसल नहीं कट पाई है। काफी फसल थ्रेसिंग के लिए पड़ी है। कुछ किसान बिलंब से बोई गई फसल को काटने में भी जुटे है। फिर भी गौशालाओं में संरक्षित गोवंशों को छोंडा जा रहा है। यह भी बताया कि गेहूं क्रय केंद्रों पर पल्लेदारी के नाम पर सरकार से निर्धारित 20 रुपये कुंतल लिया जाना है। लेकिन किसानों ने दो किलो गेहूं लिया जा रहा है। जिस पर तत्काल रोक लगाई जाए। केंद्रों में बैठने व पानी की व्यवस्था कराई जाए। दलहन व तिलहन के खरीद केन्द्र न खुलने से किसान चना, मसूर, सरसों आदि बेचने के लिए परेशान है। बरगढ़, मानिकपुर व राजापुर क्षेत्र के कई गांवों में अभी फसल खड़ी है। फिर भी गौशालाओं से संरक्षित गोवंशों को छोड़ दिया गया है। जिससे फसलों को नुकसान हो रहा है। किसान अश्विनी द्विवेदी, बलबीर सिंह, रामलाल यादव, संतोष, राज कुमार सिंह पटेल, रामदयाल आदि ने मांग किया कि किसानों की समस्याओं का निस्तारण किया जाए।
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