खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बता पुलिस इंस्पेक्टर से ठग लिए 8 लाख, रकम वापस मांगने पर धमकाया
खुद को सीएम का ओएसडी बनकर पुलिस इंस्पेक्टर से आठ लाख रुपये ठग लिए। सस्ता प्लॉट दिलाने और हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर शिकार बनाया। रकम वापस मांगने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। पीड़ित की पत्नी डीसीपी सेंट्रल से मिली।

कानपुर के कोहना थाना क्षेत्र में एक नटवर लाल ने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बनकर पुलिस इंस्पेक्टर से आठ लाख रुपये ठग लिए। सस्ता प्लॉट दिलाने और हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर शिकार बनाया। रकम वापस मांगने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। पीड़ित की पत्नी डीसीपी सेंट्रल से मिली। उनके निर्देश पर आरोपी और उसकी पत्नी पर गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। इससे पहले वह जज के नाम पर वसूली करने के आरोप में जेल भी जा चुका है।
विष्णुकीर्ति अपार्टमेंट निवासी अनुपम सिंह की तहरीर के मुताबिक उनके पति अरुण सिंह इंस्पेक्टर हैं और वर्तमान में उनकी तैनाती प्रयागराज एयरपोर्ट में है। इससे पहले वह कानपुर कमिश्नरेट में 18 जून 2023 से 21 अक्तूबर 2023 तक कोहना इंस्पेक्टर रहे हैं। इस दौरान उनकी मुलाकात जाजमऊ केडीए कॉलोनी निवासी शब्बीर अहमद से हुई। शब्बीर ने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) बताया। राजनेताओं, न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों से अच्छे संबंध होने की बात कहते हुए नौकरी दिलवाने, अफसरों-कर्मियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग की बात कही।
उनके साथ फोटो भी दिखाई। यह देख अरुण उसके जाल में फंस गए। अक्तूबर-2023 में आरोपी को लखनऊ व कानपुर रोड पर सस्ता प्लॉट लेने के नाम पर पांच लाख व भतीजे की हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर तीन लाख रुपये दे दिए। शब्बीर के साथ उसकी पत्नी भी अपार्टमेंट आई थी। कोहना इंस्पेक्टर अवधेश कुमार के मुताबिक डीसीपी सेंट्रल के निर्देश आरोपी और उसकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया हैं। जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
दबाव बनाया तो कुछ पैसा मिला
अनुपम के मुताबिक पति ने जब दबाव बनाया तो शब्बीर ने तीन लाख रुपये व एक लाख तीन बार में बैंक खाते में डाले। कुछ दिन बाद फोन उठाना बंद कर दिया था। जेल से छूटने के बाद आरोपी ने पति से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। न देने पर अंजाम भुगतने व फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी दी।
ठगी के मामले में जा चुका है जेल
अनुपम के मुताबिक आरोपी चचा जान के नाम से चर्चित है। उसने चकेरी निवासी एक पिता से न्यायालय द्वारा मुकदमे से दोषमुक्त कराने को जज के नाम पर चार लाख मांगे थे। एक लाख एडवांस देने के बाद भी उसके बेटे को सजा हो गई। पीड़ित वसीम ने वर्ष- 2023 में शब्बीर के खिलाफ जाजमऊ थाने में धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।