इटावा में शिक्षा में परिवर्तन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
Etawah-auraiya News - शिक्षक समाज का निर्माता होता है। 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में प्राथमिक शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। संगोष्ठी में शिक्षा की प्रगति, कौशल विकास, और ऑनलाइन शिक्षा के महत्व पर...

शिक्षक समाज का निर्माता होता है, इसलिए उसे आदर्श के साथ अनुशासन पर विशेष ध्यान देना होगा। हमारी सरकार ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाए जाने का जो संकल्प लिया है। उसे सार्थक करने में उत्कृष्ट परिवर्तनशील प्राथमिक शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। विचार प्राथमिक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन की ओर से बेसिक शिक्षा में परिवर्तन संगोष्ठी में एमएलसी डा मानवेंद्र प्रताप सिंह ने व्यक्त किए । इस संगोष्ठी में सदर विधायक सरिता भदौरिया ने कहा कि शिक्षा प्रगति की पहली सीढ़ी है, हम शिक्षित होंगे, तभी आगे बढ़ेंगे और हमारा देश भी आगे बढ़ेगा। आज स्कूल भवन के साथ साथ, बुनियादी शिक्षा पद्धति एवं अन्य शैक्षिक सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। आरएसएस के सह प्रांत कार्यवाह डा प्रदीप भदौरिया ने कहा कि ऐसी संगोष्ठिया होती रहनी चाहिए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा राजेश कुमार ने कहा कि परिवर्तन के साथ अनुकूलन करना ज़रूरी है। राष्ट्र का विकास प्राथमिक शिक्षा की स्थिति पर निर्भर करता है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक बच्चों को कौशल विकास और ऑनलाइन शिक्षा के महत्व से जरूर जोड़ें। उत्कृष्ट शिक्षा देने में विशेष योगदान करने वाले अवनीत कुमार, ऋषभ त्रिवेदी, प्रमोद कुमार, अर्चना पांडे आदि एक दर्जन शिक्षकों को सम्मानित किया गया। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सर्वजीत भदौरिया, महामंत्री उपेंद्र सिंह तोमर, अनुपम श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण, अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया।
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