Water Supply Issues Persist in Villages Under Jal Jeevan Mission Only 20 Coverage Achieved बोले फर्रुखाबाद-दावों की बाढ़, घर नहीं पहुंची पानी की एक बूंद, Farrukhabad-kannauj Hindi News - Hindustan
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बोले फर्रुखाबाद-दावों की बाढ़, घर नहीं पहुंची पानी की एक बूंद

Farrukhabad-kannauj News - जल जीवन मिशन के तहत जिले के सभी गांवों में घर-घर तक पानी पहुंचाने की योजना है, लेकिन अभी तक 710 गांवों में से केवल 20% गांवों में ही पानी पहुंच सका है। 378 परियोजनाओं में से केवल 21 पूरी हुई हैं, जबकि...

Newswrap हिन्दुस्तान, फर्रुखाबाद कन्नौजSat, 19 April 2025 12:59 AM
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बोले फर्रुखाबाद-दावों की बाढ़, घर नहीं पहुंची पानी की एक बूंद

जल जीवन मिशन की ओर से जिले के सभी गांव में घर घर तक पाइप लाइन से पानी पहुंचाने की योजना है। जनपद में 710 गांव कवर होने हैं, मगर अभी तक बीस फीसदी गांव में भी पानी नहीं पहुंच सका है। जनपद में 378 परियोजनाएं 926 करोड़ से शुरू करायी गई थीं। इसमें अभी तक 21 पर ही काम पूरा होने का दावा किया गया है। 357 परियोजनाएं अभी तक अधूरी ही चल रही हैं। ग्रामीणों को बड़ी खुशी थी कि जल जीवन मिशन के माध्यम से जो काम हो रहा है उससे शुद्ध पानी की व्यवस्था होगी, मगर कहीं ओवरहेड टैंक का निर्माण किया गया है तो कही गलियों में पाइप लाइन ही बिछाकर ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति दिए जाने का खोखला आश्वासन दिया जा रहा है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने पानी की टंकियों से सुचारु आपूर्ति न होने की समस्या प्रमुखता से रखी। ग्रामीण उत्तम कुमार मिश्रा कहते हैं कि ओवरहेड टैंक का निर्माण तो कई गांव में करा दिया गया है मगर उससे कोई फायदा नहीं निकल रहा है। लंबे समय से तो इस आस में थे कि पानी की आपूर्ति हो सकेगी फिर भी कुछ नहीं हुआ।

अली अहमद कहते हैं कि कई गांव में पाइप लाइनें ऐसे ही डाल दी गयी हैं उसमें अभी तक एक बूंद पानी तक नहीं निकला है। ग्रामीण प्रोजेक्ट से जुड़े अफसरों से आने पर ही सवाल करते हैं कि आखिरकार इसमें कब पानी आएगा। मगर उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। शहजादे कहने लगे कि जिन गांव में योजना के तहत पानी की टंकियां स्थापित की गईं थीं उनकी भी हालत खराब है। कहीं नलकूप खराब हैं तो कहीं पर पाइपलाइन।

इन हालातों मे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अजय सिंह कहने लगे कि करोड़ों रुपया पानी की टंकियों पर खर्च किया जा रहा है पर इसका ग्रामीणों को कितना फायदा मिल रहा है। इसकी हकीकत जानने की किसी बड़े अफसर ने जरूरत नहीं समझी है। सुनील कहते हैं कि जनप्रतिनिधियों से गुजारिश है कि जब भी आएं तो जल जीवन मिशन के कार्यों की हकीकत को देखें। गांव में जो गलियां खोदी गयी थीं उनकी मरम्मत भी नहीं करायी गई है। फिरदौस आलम कहते हैं कि हर घर नल योजना वास्तव में केंद्र सरकार की एक अच्छी पहल है पर जिस तरह से इस पर काम चल रहा है वह ठीक नहीं है। ग्रामीणों को इस गर्मी के मौसम में शुद्ध जल की दरकार है। रमेश सिंह कहते हैं कि शहर के निकटवर्ती गांव में हालात ठीक नहीं है। गर्मी अब अपने चरम पर आ रही है। जो पानी की टंकियां पहले से स्थापित हैं उनसे भी कोई फायदा नहीं है। लगता तो यह है कि उन्हें भी जानबूझकर ठप कर दिया गया है। शिवम कहते हैं कि ग्रामीणों को शुद्ध जल मुहैया कराने के लिए अफसरों को प्रयास करना चाहिए। जो जिम्मेदार इसमें अड़चन या लापरवाही बरत रहे हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। जिला स्तरीय हर बैठक में जल जीवन मिशन के काम पर फटकार लगती है। इसके बाद भी जिम्मेदारों को कोई मतलब नही है। प्रोजेक्ट संचालन करने वाले भी लापरवाह बने हैं।

सुझाव-

1. पानी की टंकियां सुचारू रूप से चलनी चाहिए ।

2. गांव में समिति बनाकर हर सप्ताह सुनवाई होनी चाहिए।

3. जिला स्तरीय अफसर जब गांव में निरीक्षण को जाएं तो पानी की टंकी जरूर देखें।

4. पानी की टंकियों से आपूर्ति सुनिश्चित करने को मानदेय पर आपरेटररखे जाएं।

5. जो तकनीकी खामी हो उसको तुरंत ही दुरस्त कराया जाए।

शिकायतें-

1. गांव में पानी की टंकियों से सुचारू रूप से आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

2. जहां पर टंकियां स्थापित हैं वहां पर भी आपूर्ति सुनिश्चित कराने पर गंभीरता नहीं है।

3. पाइप लाइन डालने को खोदकर डाली गई सड़कों की सही तरीके से मरम्मत भी नहीं करायी है।

4. तकनीकी खामी को भी समय पर सही नहीं कराया जाता है। इससे ज्यादा परेशानी है।

बोले लोग-

हर घर नल योजना के तहत शुद्ध जल मुहैया कराने के लिए सरकार बेहद ही अच्छा काम कर रही है पर जिम्मेदार अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। घरों तक अभी भी पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। पाइप लाइनें ऐसी ही कई स्थानों पर छोड़ दी गई हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों के सामने समस्याएं आ रही हैं। कई गांव में तो गड्ढे भी नहीं भरवाए गए हैं। -शमीम बानो

जल शक्ति मंत्री के निर्देश दिए जाने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की टंकी की हालत नहीं देख रहे हैं। टंकियों की हालत बेहद खराब है। अभी हाल ही में प्रभारी मंत्री के सामने मामला उठाया गया था फिर भी कुछ नहीं हुआ। इससे तो लगता है कि कहीं न कहीं मिलीभगत है जो कि ग्रामीणों की मुख्य समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। -शहाना बेगम

रेहा करनपुर गांव में तो नलकूप काफी समय से खराब पड़ा है जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता है।

-गुड़िया

पहले की जो टंकियां बनी हैं उनकी भी हालत खराब है। कई टंकियों के नलकूप खराब हैं तो कोई पानी नहीं दे पा रही हैं।

-विवेक कुमार

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